विवादास्पद लेखिका तसलीमा नसरीन ने शनिवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुलाकात की. यह मुलाकात उस समय हुई है जब सरकार ने उन्हें एक वर्ष का वीजा देने से इनकार करते हुए फिलहाल केवल दो महीने तक भारत में रहने की अनुमति दी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि करीब 20 मिनट तक चली बैठक में तसलीमा ने गृह मंत्री से उन्हें अधिक अवधि तक भारत में रुकने की अनुमति देने का आग्रह किया. 51 वर्षीय लेखिका ने निवास संबंधी वीजा के लिए आवेदन किया था और गृह मंत्रालय ने यह वीजा तो दिया लेकिन सिर्फ दो महीने के लिए, जिसकी मियाद एक अगस्त से शुरू होती है.
बैठक के बाद तसलीमा ने ट्वीट किया, 'मैंने माननीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह जी से आज दोपहर मुलाकात की. उन्हें अपनी पुस्तक ‘वो अंधेरे दिन’ दी. उन्होंने कहा कि ‘आपके अंधेरे दिन' खत्म हो जाएंगे.'
I met Honorable Home Minister Rajnath Singhji this afternoon.Gave him my book 'Wo Andhere Din'.He said,'Aapka Andhere Din Khatam Ho Jayega'
— taslima nasreen (@taslimanasreen) August 2, 2014
सरकार ने तसलीमा के वीजा आवेदन की जांच की प्रक्रिया शुरू की है और उनके लंबी अवधि के वीजा के आवेदन पर निर्णय लंबित रखते हुए उन्हें दो महीने का वीजा दिया गया है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार उपयुक्त निर्णय करेगी.
मुस्लिम कट्टरपंथी समूहों की ओर से जान से मारने की धमकी के मद्देनजर बांग्लादेश की विवादास्पद लेखिका 1994 के बाद से स्वनिर्वासन में हैं. तसलीमा अब स्वीडन की नागरिक हैं और उन्हें 2004 के बाद से लगातार भारतीय वीजा मिल रहा है. पिछले दो दशकों में उन्होंने अमेरिका, यूरोप और भारत में समय गुजारा है. कई अवसरों पर उन्होंने स्थायी तौर पर भारत, खासकर कोलकाता में बसने की इच्छा व्यक्त की है.