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अभी येदियुरप्पा की वापसी का कोई प्रस्ताव नहीं : भाजपा

कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हारी भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि पार्टी के पूर्व दिग्गज नेता बी.एस येदियुरप्पा की वापसी का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है.

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कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हारी भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि पार्टी के पूर्व दिग्गज नेता बी.एस येदियुरप्पा की वापसी का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है.

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प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रहलाद जोशी ने कहा कि यदि भाजपा में येदियुरप्पा की वापसी का कोई प्रस्ताव आता है तो केंद्रीय नेतृत्व इसे देखेगा. येदियुरप्पा ने कर्नाटक में भाजपा को भारी नुकसान पहुंचाया और राज्य में सत्ता में पुन: वापसी की उसकी उम्मीदों को धूमिल कर दिया.प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रहलाद जोशी ने कहा कि यदि भाजपा में येदियुरप्पा की वापसी का कोई प्रस्ताव आता है तो केंद्रीय नेतृत्व इसे देखेगा.

भाजपा राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में सत्ता विरोधी लहर के चलते हार गयी और कांग्रेस ने 224 सदस्यीय विधानसभा में 121 सीटें हासिल कर राज्य की कुर्सी सात साल बाद फिर हथिया ली. बीजेपी और जेडीएस को चालीस- चालीस सीटें ही मिल पाईं. येदियुरप्पा के कर्नाटक जनता पक्ष को मात्र छह सीटें मिलीं, लेकिन 10 प्रतिशत मतों की सेंध से इसने भाजपा का पतन निश्चित कर दिया. अवैध खनन के मामले में लोकायुक्त की रिपोर्ट में नाम आने पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को विवश हुए येदियुरप्पा ने गत दिसंबर में भाजपा छोड़ दी थी और कर्नाटक जनता पक्ष की कमान संभाल ली थी.

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यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व मुख्यमंत्रियों कल्याण सिंह, मदन लाल खुराना और उमा भारती की तरह येदियुरप्पा की वापसी के भी कोई अवसर हैं, जोशी ने कहा, ‘मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता हूं, यह केंद्रीय नेतृत्व का मामला है. मैं केवल इतना कह सकता हूं कि पार्टी के सामने अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है.’ जोशी ने स्वीकार किया कि येदियुरप्पा की केजेपी और बी. श्रीरामुलू की बीएसआर कांग्रेस ने काफी नुकसान पहुंचाया.

उन्होंने कहा, ‘भाजपा के परंपरागत वोटों के तीन हिस्सों में बंट जाने से हमें बड़ा नुकसान हुआ.’ जोशी ने कहा, ‘हमारे तत्कालीन नेता (येदियुरप्पा) अंदरूनी खींचतान और अनुचित गतिविधियों को नियंत्रित नहीं कर पाए. पार्टी को एक ऐसे व्यक्ति (येदियुरप्पा) की वजह से सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा जिसने बाद में पार्टी छोड़ दी.’ उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त पार्टी विकास कार्यों के बारे में लोगों को समझाने में विफल रही और वह मतदाताओं को केंद्र में कांग्रेस के ‘कुशासन’ के बारे में भी समझाने में विफल रही.

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा कि कांग्रेस को केंद्र में भ्रष्टाचार के अनेक आरोपों से घिरे रहने की वजह से सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ेगा और भाजपा राज्य में पिछले संसदीय चुनाव में मिली सीटों के बराबर सीट हासिल करेगी.

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