कर्नाटक की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरूआत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने औपचारिक रूप से अपनी पार्टी कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) का उद्घाटन किया और यहां उत्तरी कर्नाटक में आयोजित विशाल रैली में बतौर अध्यक्ष इसकी कमान संभाल ली.
प्रदेश में भाजपा सरकार के लिए एक संभावित खतरे के संकेत के रूप में सत्तारूढ़ पार्टी के कम से कम दस विधायकों ने इस रैली में हिस्सेदारी की. हालांकि पार्टी ने विधायकों तथा अन्य नेताओं को इससे दूर रहने की चेतावनी दी थी.
उद्घाटन से पूर्व येदियुरप्पा ने चाय नाश्ते का आयोजन किया था जिसमें कम से कम 21 भाजपा विधायकों, सात पाषर्दों तथा चार लोकसभा सदस्यों ने हिस्सेदारी की.
पार्टी की स्थापना से पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने सख्ती बरतते हुए सहकारिता मंत्री बी जे पुट्टास्वामी को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया, जो येदियुरप्पा के वफादार समझे जाते हैं. भाजपा ने उनके एक अन्य प्रमुख समर्थक और तुमकुर से सांसद जी बी बासवराज को पार्टी से बर्खास्त कर दिया. दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
रैली से पूर्व संवाददाताओं से बातचीत में येदियुरप्पा ने भाजपा नेतृत्व को विधानसभा भंग करने और जनता का सामना करने की चुनौती दी. येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा को यह समझना चाहिए कि शेट्टार सरकार उनके वफादारों के बल पर टिकी है.