आम आदमी पार्टी ने भले ही बिहार विधानसभा चुनाव से किनारा कर लिया हो, लेकिन कभी 'आप' के थिंक टैंक रहे योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण ने बिहार के चुनाव पर अपनी नजरें टिका दी हैं. पटना में 'स्वराज संवाद' में अपने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए योगेन्द्र और प्रशांत ने कहा कि वह बिहार चुनावों में दस्तक जरूर देंगे.
योगेन्द्र यादव ने कहा कि 2 जून को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी बनाने पर फैसला हो सकता है, अगर बिहार चुनाव के पहले ये नया राजनीतिक दल बना तो बिहार चुनाव में सीधे शिरकत करेंगे, अगर नहीं तो वह अपने उम्मीदवारों को समर्थन कर सकते हैं या फिर बिहार के लिए अपना घोषणापत्र लाकर उस पर समर्थन मांगेंगे.
योगेन्द्र यादव ने कहा कि जैसे लालू की पार्टी आरजेडी एक क्षेत्रीय दल है, वैसे ही केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी दिल्ली की क्षेत्रीय पार्टी है.
फिलहाल राज्य में योगेन्द्र यादव का स्वराज संवाद चल रहा है, लेकिन वो जल्द ही देश भर में राजनीति करते नजर आएंगे और सबसे पहले बिहार चुनाव में दस्तक देंगे. पटना में योगेन्द्र यादव ने साफ कर दिया कि बिहार चुनाव उनके एजेंडे पर है और लालू-नीतीश और बीजेपी के खिलाफ तीसरे विकल्प की तैयारी में हैं.
योगेन्द्र यादव ने केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल के बीच चल रहे विवाद पर कहा, 'केजरीवाल जायज मांग के लिए नाजायज तरीके अपनाए रहे हैं. अगर इसे गंभीरता और धैर्य से नहीं हैंडिल किया तो नतीजे गंभीर होंगे.'
हालांकि ये स्वराज संवाद नई वैकल्पिक राजनीति के लिए था, जिसमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए विरोध के सुर थे. लेकिन प्रशांत भूषण ने इस मौके पर कांग्रेस की पिछली सरकार की कुछ कामों की तारीफ भी की.
भूषण ने कहा, 'कांग्रेस की पिछली सरकार ने कई अच्छे काम किए जैसे उन्होंने जो लैंड बिल बनाया वो सबसे अच्छा था, उन्होंने मनरेगा का नियम बनाया. इसके साथ ही आरटीआई के लिए भी कांग्रेस की तारीफ होनी चाहिए.'
योगेन्द्र यादव के मुताबिक अभी 100 दिनों में दिल्ली सरकार के प्रदर्शन को नहीं आंका जा सकता है, अभी केजरीवाल सरकार को और वक्त दिया जाना चाहिए और कुछ समय बाद ही उनके कामकाज का आकलन हो सकता है.