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योगी'राज' में केवल लखनऊ ही नहीं रहेगा पावर सेंटर, ये है नई सरकार का रोडमैप

सीएम आदित्यनाथ ने 3-4 दिनों में पहली कैबिनेट बैठक बुलाई गई है जिसमें अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई करना प्राथमिकताओं में शामिल हो सकता है. किसानों की कर्ज माफी और किसानों के लिए कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है. पहली प्रेस वार्ता के दौरान भी सीएम आदित्यनाथ खेती-किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं तैयार करने पर जोर दे चुके हैं.

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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

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यूपी के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के साथ ही आगे की रणनीति बनाने में जुट गए हैं. मुख्यमंत्री दफ्तर में योगी आदित्यनाथ का आज पहला दिन है. उससे पहले सीएम की आला अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर जारी है. यूपी के मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, गृह सचिव और डीजीपी ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. योगी सरकार ने ये तय किया है कि किसी शहर के बारे में योजनाओं पर बैठक उसी शहर में होगी. ये बड़ा फैसला है. इसका मतलब अब लखनऊ ही सत्ता का केंद्र रहेगा इस इमेज से योगी सरकार निकालने की राह पर बढ़ रही है.

मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5 कालीदास मार्ग पर भी तैयारियां तेज हो गई हैं. मूहुर्त के अनुसार योगी आदित्यनाथ नवरात्र के दौरान सीएम आवास में शिफ्ट कर सकते हैं. शाम 4 बजे राज्य के शीर्ष अधिकारियों और मंत्रियों के साथ सीएम आदित्यनाथ की बैठक होनी है. उस बैठक में सरकार के कामकाज का रोड मैप तैयार किया जाएगा.

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वादों को पूरा करने का वक्त
'आज तक' को मिली जानकारी के मुताबिक सीएम आदित्यनाथ पार्टी के संकल्प पत्र में किए वादों पर पूरी तरह अमल करने की कोशिश में जुट गए हैं. इसी के मद्देनजर तीन-चार दिन में पहली कैबिनेट बैठक बुलाई गई है जिसमें अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई करना प्राथमिकताओं में शामिल हो सकता है. किसानों की कर्ज माफी और किसानों के लिए कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है. पहली प्रेस वार्ता के दौरान भी सीएम आदित्यनाथ खेती-किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं तैयार करने पर जोर दे चुके हैं.

शीर्ष आधिकारियों से मुलाकात
सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही दिन से शीर्ष अधिकारियों के संपर्क में हैं और राज्य में कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के निर्दश दिए गए हैं. राज्य के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात में सीएम आदित्यनाथ प्रशासनिक कामकाज का ब्यौरा मांग सकते हैं.

बड़े शहर में कैबिनेट की बैठक
आम तौर पर पिछली सरकारों के दौरान राजधानी लखनऊ में ही कैबिनेट की बैठकें हुआ करतीं थीं लेकिन यूपी के नए सीएम आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य के किसी भी बड़े शहर में कैबिनेट की बैठक हर महीने बुलाई जा सकती है. आने वाले वक्त में इलाहाबाद में कैबिनेट की बैठक हो सकती है. साथ ही प्रदेश की कानून व्यवस्था में बड़े बदलाव होने की उम्मीद जताई जा रही है. बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान पिछली अखिलेश सरकार पर बदहाल कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए निशाने पर लिया था.

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केंद्र के साथ तालमेल
केंद्र में सत्ताधारी सरकार के साथ तालमेल के लिए योगी आदित्यनाथ यूपी के बीजेपी सांसदों के साथ जल्द ही बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नए मुख्यमंत्री में भरोसा जताते हुए कहा था कि योगी आदित्यनाथ प्रदेश को 'उत्तम प्रदेश' की दिशा में आगे ले जाएंगे. साथ ही उनके मुख्यमंत्री बनने पर केई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता आदित्यनाथ को बेहतर और कठोर प्रशासक भी बता चुके हैं. केंद्र के साथ यूपी सरकार का तालमेल 2019 के आम चुनाव में अहम भूमिका निभा सकता है.

दस दिन का वक्त मांगा
योगी आदित्यनाथ फिलहाल लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं. जहां वो काफी विश्वास और दृढ़ता के साथ बातचीत करते दिखे. उन्होंने कहा कि सरकार को पूरी तरह से कामकाम संभालने में दस दिन का वक्त लग सकता है. उसके बाद सभी वादों को धरातल पर उतारने का काम किया जाएगा. कैबिनेट में नए चेहरों पर सीएम आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार में युवाओं के साथ-साथ अनुभवी नेताओं को भी तरजीह दी गई है.

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