उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 21 से 22 फरवरी तक चले इंवेस्टर्स समिट की सजावट में योगी सरकार ने 65.15 करोड़ खर्च कर दिए. राज्य में निवेश बढ़ाने के मकसद से आयोजित इस समिट में देश दुनिया के तमाम उद्योगपति शामिल हुए जिन्होंने राज्य में निवेश का आश्वासन दिया है.
निवेशक सम्मेलन के समापन के बाद गुरुवार को लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इन्वेस्टर समिट के दौरान हुए खर्च का ब्योरा जारी किया. उन्होंने कहा कि निवेशक सम्मेलन के दौरान 65.15 करोड़ रुपये सजावट पर खर्च हुए. यह खर्च सभी विभागों ने अपनी-अपनी निधि से खर्च किए. नगर निगम ने इन्वेस्टर समिट की सजावट को लेकर सबसे ज्यादा 24.25 करोड़ रुपये खर्च किए.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि इसके बाद दूसरे नंबर पर रहा लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) जिसने 13.08 करोड़ खर्च किया तो वही तीसरे नंबर पर PWD रहा जिसने 12.58 करोड़ खर्च किए.
इस आयोजन से योगी सरकार को बड़े पैमाने पर औद्योगिक पूंजी निवेश की संभावना दिखाई दे रही थी. साथ ही युवाओं के लिए रोजगार भी योगी सरकार की प्राथमिकताओं में था. सरकार का मकसद पूंजी निवेश के जरिए युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर देना है.