सोशल मीडिया का प्रभाव हमारे जीवन में काफी बढ़ गया है. राजनीतिक दल ही नहीं आज का युवा वर्ग भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भी सोशल मीडिया का खूब प्रभाव देखने को मिला. लोकसभा चुनाव में इस बार राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को मात देने के लिए एक लड़ाई सोशल मीडिया पर लड़ी गई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चोकीदार चोर है' बोलकर घेरने की कोशिश करते रहे. वहीं पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के जरिये नैरेटिव को पलटकर रख दिया.
इस बीच Lokniti-CSDS का एक ताजा सर्वे समाने आया है. इसमें सोशल मीडिया को लेकर कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि सोशल मीडिया पर यूथ का कब्जा है. सर्वे में फेसबुक, व्हाट्सऐप, ट्विटर और इंस्टाग्राम यूजर्स को शामिल किया है. सर्वे में 5 साल के आंकड़ों को शामिल किया गया है.
सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि सोशल मीडिया पर यूथ सबसे ज्यादा सक्रिय है. इनमें उन युवाओं की संख्या अधिक है, जो पहली बार वोटर बने. यानी 18-22 साल के बीच वाले युवा सोशल मीडिया का जमकर यूज कर रहे हैं. सर्वे से ये बात भी साफ हुई कि 26-35 लोग उतने सक्रिय नहीं हैं जितने सक्रिय 18 से 22 साल के यूथ एक्टिव हैं.
सर्वे के मुताबिक 18-22 साल के युवा सोशल मीडिया खूब देखते और पोस्ट करते हैं जबकि 23-25 साल के युवाओं में यह दर करीब 10 फीसदी है. सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा गिरावट उन वोटर्स में देखी गई जिनकी उम्र 26-35 साल के बीच है. यह पैटर्न सभी मीडिया प्लेटफार्म पर देखा जा सकता है.
इनमें 18-22 साल के युवा फेसबुक और यूट्यूब अधिक इस्तेमाल करते हैं, वहीं 26-25 साल के युवा मुश्किल से ही दो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय हैं. इसी तरह 18-25 साल के 60 फीसदी युवा व्हाट्सऐप पर सक्रिय हैं, जबकि 26-35 साल के युवाओं में यह दर 46 फीसदी है.
वास्तव में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किसी व्यक्ति की उम्र पर निर्भर करता है. अधिकतर यूथ सोशल मीडिया का यूज करते हैं जबकि जो उम्रदराज लोग हैं, वो गाहे-बगाहे ही सोशल मीडिया देखते हैं. सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि 18-22 साल युवाओं के बीच व्हाट्सऐप ज्यादा लोकप्रिय है. 2018 में, इस आयु वर्ग के 53 प्रतिशत मतदाता सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे थे, जो अब 11 फीसदी बढ़कर 64 फीसदी हो गया है. वहीं यूथ के बीच इंस्टाग्राम का उपयोग पिछले एक साल में 20 से बढ़कर 28 प्रतिशत तक पहुंच गया है.