आप नौजवान हैं और आपके पास मास्टर डिग्री है तो शायद आप 2 हजार रुपये प्रति घंटे तक कमा सकते हैं. आप 5 हजार भी कमा सकते हैं, लेकिन यहां शर्त डिग्री नहीं आपके सुंदर नैन-नक्श हैं.
2 हजार की बजाय 5 हजार कमाने की बात सुनकर किसी के भी दिमाग के घोड़े दौड़ने लग सकते हैं. लेकिन 5 हजार की इस नौकरी के लिए आपको अपने डील-डौल और चेहरे-मोहरे पर काम करना होगा न कि घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर सीवी के साथ माथापच्ची.
विकास के रथ पर सवार गुजरात के अहमदाबाद के जवान लड़के अपना लड़का होने का खूब फायदा उठा रहे हैं. और इस तरह की जागरुकता के लिए वे दिल से 2011 में आयी आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘विकी डोनर’ को धन्यवाद देते हैं.
21 साल का मेहुल (बदला हुआ नाम) जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए नियमित तौर पर स्पर्म बेचता है. गुजरात युनिवर्सिटी के बाहर लगे पोस्टर से मेहुल को कमाई के इस नए स्रोत का पता चला और उनकी निकली पड़ी.
मेहुल के अनुसार स्पर्म खरीदने वाली कंपनी ने उनसे स्पर्म, ब्लड सैंपल और दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ एक आईडी प्रूफ मांगा. यह सब जमा करने के तीन दिन बाद ही कंपनी के लैब से मेहुल का स्पर्म डोनेट करने के लिए फोन आ गया. मेहुल के अनुसार वह महीने में पांच बार स्पर्म डोनेट करता है और उसे हर बार 500 रुपये मिलते हैं. लेकिन अगर कोई अव्वल दर्जे का स्मार्ट और अच्छा पढ़ा लिखा हो तो उसे प्रति डोनेशन 5 हजार रुपये तक भी मिल जाते हैं.