अलगाववादी नेता मसरत आलम की गिरफ्तारी और त्राल एनकाउंटर के विरोध में शनिवार को जम्मू-कश्मीर में कई जगह हिंसा हुई. बारामूला में एक प्रदर्शनकारी युवक की मौत हो गई, तो विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया. पुलिस के साथ हिंसक झड़प में 42 लोग जख्मी हो गए.
शनिवार को हादसे की जगह पर जाते वक्त पुलिस ने यासीन मलिक और स्वामी अग्निवेश
को कुछ देर हिरासत में लिया गया. राज्य सरकार ने युवक के मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं
फायरिंग में युवक की मौत
घाटी में शनिवार को हुर्रियत ने बंद बुलाया था, जिसका कई जगह असर देखा गया. बंद के दौरान बारामूला में प्रदर्शनकारियों और
सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई. सीआरपीएफ की फायरिंग में एक युवक की मौत की हो गई और तीन युवक जख्मी हो गए. घायल युवकों
को श्रीनगर के अस्पताल में दाखिल कराया गया.
पुलिस ने मौत पर जताया अफसोस
फायरिंग में मरने वाले युवक का नाम सुहैल अहमद है. घटना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दी युवक की मौत पर सफाई दी कि भारी
पथराव के बाद सीआरपीएफ को फायरिंग करनी पड़ी. पुलिस ने घटना पर जताया अफसोस और कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है
कि सुरक्षाबलों को मजबूरन फायरिंग करनी पड़ी. अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज करके जांच की जा रही है.
अग्निवेश और यासीन हिरासत में
अलगाववादियों के लिए सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का दिल पसीजा और वे यासीन मलिक से मिलने श्रीनगर पहुंच गए. यासीन मलिक ने धमकी
दी कि वे कश्मीरी पंडितों के लिए अलग कॉलोनी नहीं बनने देंगे. अग्निवेश और यासीन मलिक को शनिवार को हिरासत में ले लिया
गया. स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उन्हें तथा जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक को गिरफ्तार नहीं किया गया था, बल्कि उस गांव में जाने से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया था, जहां सुरक्षाकर्मियों की गोली से एक किशोर की मौत हो गई थी उन्होंने कहा, 'उन्हें और मलिक को 10-15 मिनट के लिए हिरासत में लिया गया था.' अलगाववाद के धुर समर्थक यासीन मलिक के बगल में बैठे अग्निवेश ने अलग कॉलोनी की मुखालफत करते हुए कहा,
'अलगाववाद से आतंकवाद पनपता है.'
मीरवाइज उमर घर में नजरबंद
प्रशासन ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक सहित कई अन्य अलगाववादी नेताओं को शनिवार को
नजरबंद कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में सेना की एक कार्रवाई में
दो युवकों के मारे जाने के खिलाफ घाटी के कुछ हिस्सों में ताजा प्रदर्शनों के मद्देनजर मीरवाइज को सुबह नजरबंद कर दिया गया.
सरकार की सख्ती
जम्मू कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह का कहना है कि अलगाववादी 2008 के हालात दोहराना चाहते हैं, लेकिन सरकार उनके
खिलाफ सख्त कदम उठाएगी. एनपीपी नेता भीम सिंह ने कहा, 'कश्मीर में हिंसा के रास्ते समाधान निकालने की कोशिश बेकार है.
अलगाववादियों को बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए.