पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में रेलवे की पटरियों पर शनिवार को एक कॉलेज छात्र का 11 टुकड़ों में कटा शव बरामद किया गया. इसके बाद राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भास्कर मुखर्जी ने कहा कि पहली नजर में लगता है कि बिराती के मृणालिनी दत्ता कॉलेज के दूसरे वर्ष के छात्र 19 वर्षीय सौरभ चौधरी की मौत जख्मों के कारण हुई है. बामुनगाछी और दत्तापुकुर रेलवे स्टेशनों के बीच शव पाया गया. यह कोलकाता से 100 किलोमीटर दूर है.
शव मिलने के बाद से तृणमूल कांग्रेस, माकपा और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. युवक के परिजनों ने टीएमसी पंचायत सदस्य तुषार मजूमदार और श्यामल कर्माकर सहित सात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस को दिए अपने वक्तव्य में मृतक के भाई संदीप चौधरी ने कहा, 'शुक्रवार को रात 11 बजे कर्माकर और उसके आदमी मेरे भाई को उठा ले गए.'
स्थानीय लोगों के मुताबिक, 'संदीप और सौरभ के साथ इलाके के युवक शराब की अवैध दुकानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.' संदीप ने कहा, 'लगभग एक महीने पहले गांव वालों ने मीटिंग की और निर्णय किया कि दुकान खोलने पर शराब माफिया का विरोध करेंगे, और दुकान बंद कराने के लिए दबाव डालेंगे.'
संदीप ने कहा, 'आखिरी बार विरोध के समय कर्माकर और उसके आदमियों ने मारने की धमकी दी थी, तब मेरे भाई ने उसे चुनौती दी थी. वे सब कल आए और मेरे भाई को उठा ले गए, लेकिन कोई उसे बचाने नहीं आया. बाद में तकरीबन 100 लोग सौरभ को ढूंढ़ने निकले, लेकिन वो सुबह तक नहीं मिला. मैं उसका शव बैग में भरकर घर ले आया.'
घटना के प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप चक्रवर्ती ने पुलिस को बताया, 'हत्यारों ने पहले टॉर्चर किया और फिर उसकी हत्या कर दी. हमने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है.' 24 परगना के एसपी तन्मय रॉय चौधरी ने कहा कि हत्यारों की तलाश में जगह-जगह छापे मार रहे हैं. हालांकि चौधरी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि एफआईआर में मजूमदार को आरोपी बनाया गया है या नहीं. हालांकि उन्होंने कर्माकर का नाम एफआईआर में होने की बात कही.