भारतीय इस्लामी विद्वान और तुलनात्मक धर्म विशेषज्ञ डॉ. जाकिर नाइक को सउदी अरब के नए शाह ने इस्लाम धर्म के प्रति उनकी सेवा के लिए देश के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक से सम्मानित किया.
शाह सलमान ने रविवार को एक शानदार पुरस्कार समारोह में किंग फैसल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार (केएफआईपी) प्रदान किया. ये पुरस्कार पांच श्रेणियों - इस्लाम की सेवा, इस्लामिक अध्ययन, अरबी भाषा एवं साहित्य, चिकित्सा और विज्ञान में दिए जाते हैं. हर पुरस्कार के साथ विजेता की उपलब्धियों से जुड़ा अरबी का एक हस्तलिखित प्रमाणपत्र, एक 24 कैरेट 200 ग्राम सोने का स्मारक पदक और 2,00,000 डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाती है.
पुरस्कार समारोह में देश के मंत्री, शाही परिवार के सदस्य, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, शिक्षाविद् और प्रतिष्ठित विद्वान मौजूद थे. नाइक ने समारोह के दौरान दिखाई गई एक वीडियो बायोग्राफी में कहा, 'इस्लाम एकमात्र धर्म है जो पूरी मानवता के लिए शांति ला सकता है.' मुंबई के रहने वाले 49 वर्षीय नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं और दुनिया के प्रसिद्ध गैर अरबी भाषी इस्लामी विद्वानों में से एक हैं.
दूसरे पुरस्कार विजेताओं में सउदी अरब के अब्दुलजीज बिन अब्दुलीरहमान काकी (इस्लामिक अध्ययन), अमेरिका के जेफ्री इवान गॉर्डन (चिकित्सा), स्विट्जरलैंड के माइकल ग्रात्जेल एवं अमेरिका के उमर म्वानेस याघी (विज्ञान) शामिल हैं. अरबी भाषा एवं साहित्य श्रेणी में इस साल कोई पुरस्कार नहीं दिया गया.