मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक ने एक नया वीडियो जारी कर फिर से अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है. नाइक ने ताजा वीडियो में भारतीय मीडिया को तथ्यों की जांच को लेकर चैलेंज किया है. साथ ही कहा कि बांग्लादेश सरकार ने उन्हें घटना के लिए दोषी नहीं माना.
वीडियो के जरिए बयान में जाकिर ने कहा , 'भारतीय मीडिया बांग्लादेश के साथ तथ्यों की जांच नहीं करती. मैं मीडिया को चैलेंज करता हूं कि वह बांग्लादेश सरकार के आधिकारिक बयान को सामने रखे. मैंने बांग्लादेश के अधिकारियों से बात की. उन्होंने कहा कि वह यह नहीं मानते कि आतंकियों को मुझसे प्रेरणा मिली.'
'वो फैन हो सकते हैं, लेकिन इससे कुछ साबित नहीं होता'
उन्होंने आगे कहा, 'यह एक अलग बात हो सकती है कि आतंकी मेरे फैन हों. लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि निर्दोष लोगों की हत्या करने के लिए मैंने उन्हें प्रेरित किया.' जाकिर नाइक ने इसके साथ ही प्रमुख अखबार 'डेली स्टार' का नाम लेते हुए कहा कि सबसे पहले यह खबर इसी अखबार ने छापी कि जाकिर नाइक ने आतंकियों को लोगों की हत्या के लिए प्रेरित किया.
'सरकार का बयान दिखाए मीडिया'
जाकिर ने कहा, 'अखबार ने खबर को मसाला लगाकर पेश किया, जिसके बाद भारतीय मीडिया ने इस खबर को बिना जांच और पड़ताल के चलाना शुरू कर दिया. इसलिए मैं भारतीय मीडिया को चैलेंज करता हूं कि वह बांग्लादेश सरकार की ओर से जारी ऐसा कोई बयान दिखाए जिसमें कहा गया है कि मैंने आतंकियों को प्रेरित किया.'
'मुझे मलेशिया में अवॉर्ड मिला है, बैन नहीं'
मुस्लिम धर्म प्रचारक ने आगे लिखा है कि मीडिया में उनके बारे में गलत खबरें आईं कि उन्हें मलेशिया के साथ ही दूसरे देशों में भी बैन किया गया है. जाकिर नाइक ने कहा, 'मुझे मलेशिया में बैन नहीं किया गया. मैं वहां तीन महीने पहले ही वहां गया था. अगर थोड़ी रिसर्च कर लेते तो पता चल जाता कि 2013 में मुझे मलेशिया के प्रधानमंत्री ने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा.'
उन्होंने आगे कहा है, 'क्या आपको लगता है कि मलेशिया की खुफिया एजेंसी और सरकार एक ऐसे आदमी को अवॉर्ड देगी जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है. हिंदू संगठन मुझे मलेशिया में पसंद नहीं करते, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि मैं वहां बैन किया गया हूं.' जाकिर नाइक ने कहा कि इंग्लैंड में भी उनके ऊपर बैन नहीं है.