पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि वे अपने मुल्क में तालिबान के साथ बातचीत दोबारा शुरू करने पर विचार करने के इच्छुक हैं.
जरदारी ने कहा कि उनके मुल्क ने तालिबान के साथ बातचीत के दरवाजे कभी बंद नहीं किए. जरदारी ने कहा, ‘‘हमने संवाद कभी बंद नहीं किया. हमारे दरम्यान एक करार हुआ था, जिसे उन्होंने तोड़ दिया. बातचीत दोबारा तब शुरू होगी, जब उन्हें महसूस होगा कि हम पर्याप्त ताकतवर हैं और वे फतह नहीं कर सकते. यह दर्दनाक और मुश्किल काम होगा, लेकिन शिकस्त कोई विकल्प नहीं है.’’