आर्ट ऑफ लिविंग की ओर दिल्ली में यमुना किनारे होने कार्यक्रम को NGT की हरी झंडी तो मिल गई है. लेकिन तमाम मुद्दों को लेकर अभी भी विवाद पीछा नहीं छोड़ रहा है. सुरक्षा में कमी के सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
अंतिम समय में लिया फैसला
श्री श्री रविशंकर के इस कार्यक्रम में जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति राबर्ट मुगाबे भी हिस्सा लेने वाले थे. बड़े अतिथियों में राबर्ट मुगाबे का नाम शामिल है. लेकिन अब वो इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे. दिल्ली में मौजूद होने के बावजूद मुगाबे प्रोग्राम का हिस्सा नहीं बनेंगे.
सुरक्षा बताई वजह
मुगाबे को इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए खास मेहमान के तौर पर बुलाया गया था. सूत्रों के मुताबिक मुगाबे प्रोटोकॉल और सिक्युरिटी इश्यू को लेकर प्रोग्राम में हिस्सा नहीं लेंगे.
राष्ट्रपति भी नहीं होंगे कार्यक्रम में शामिल
इस कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी आने के लिए आमंत्रण भेजा गया था. लेकिन वो भी इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
सुरक्षा बड़ी चुनौती
खबरों की मानें तो आतंकी खतरे को देखते हुए वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल की सुरक्षा में करीब चार हजार सुरक्षाबल तैनात रहेंगे. आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक श्री श्री रविशंकर की ओर से आयोजित यह कार्यक्रम 11 से 13 मार्च तक यमुना के किनारे होना तय है.