भाजपा से अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि अगर पार्टी प्रमुख की सत्ता को चुनौती दी गई तो निश्चित तौर पर संकट खड़ा हो सकता है.
उन्होंने कहा ‘‘पार्टी की कमान केवल भाजपा अध्यक्ष के हाथ में होनी चाहिए जो नितीन गडकरी हैं. यह सही है कि अगर पार्टी अध्यक्ष की सत्ता को चुनौती दी गई तो संकट खड़ा हो सकता है लेकिन भाजपा में ऐसा नहीं हुआ है. मुझे विश्वास है कि ऐसा नितीन गडकरी के साथ भी नहीं होगा.’’
लोकसभा चुनाव के परिणाम को उम्मीदों के अनुरूप नहीं होने का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा ‘‘अगर लोकसभा में हमारी अच्छी संख्या होती तो निश्चित तौर पर आडवाणीजी प्रधानमंत्री बनते.’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या आपको इसका अफसोस है तो उन्होंने एक निजी चैनल से कहा ‘‘हां, निश्चित तौर पर.’’ अटल बिहारी वाजपेयी के जल्द स्वस्थ होने और पार्टी में एक बार फिर अपनी भूमिका निभाने की उम्मीद जाहिर करते हुए सिंह ने कहा ‘‘जहां तक आडवाणी जी का प्रश्न है, वह अभी भी राजनीति में सक्रिय हैं और भविष्य में भी रहेंगे.’’