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गोपीनाथ मुंडे ने कहा, मैं बीजेपी में ही हूं

बीजेपी छोड़कर कांग्रेस पार्टी में जाने संबंधी अटकलों पर विराम देते हुए गोपीनाथ मुंडे ने कहा है कि वे अभी भी बीजेपी में ही हैं.

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बगावती तेवर अपनाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे ने पार्टी छोड़ने की खबरों को सिरे से खारिज करते हुए आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के ही कुछ लोग इस तरह की अफवाहें उड़ा रहे हैं.

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कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच मुंडे ने विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से उनके आवास पर मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैं भाजपा में था और भाजपा में हूं. इस संबंध में जो खबरें आ रही हैं, वह गलत है.’

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ चल रही बातचीत के दौरान उनकी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री या अहमद पटेल से कभी भी मुलाकात नहीं की. इस तरह की खबरें निराधार हैं.’

पार्टी से अपनी और समर्थक कार्यकर्ताओं की पीड़ा का समाधान निकलने के बारे में पूछे जाने पर मुंडे ने कहा, ‘मैंने कभी अपनी पीड़ा सार्वजनिक नहीं की. मैंने इसे पार्टी के शीर्ष नेताओं के समक्ष रख दिया है और अब उन्हें ही इसका समाधान निकालना है.’

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मुंडे की पीड़ा के बारे में पूछे जाने पर सुषमा स्वराज ने कहा, ‘पीड़ा उचित स्थान पर रखी जाती हैं, इसे सार्वजनिक नहीं किया जाता है. मुंडे ने अपनी पीड़ा उचित स्थान पर रख दी है. इसका समधान निकल आयेगा.’ पार्टी छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर सुषमा ने कहा, ‘इस तरह की अफवाहें मुंडे की छवि खराब करने के लिए फैलायी जा रही है.

मुंडे ने स्वयं स्पष्ट किया है कि इस संबंध में आ रही खबरें गलत हैं.’ सुषमा से 40 मिनट की मुलाकात से पहले लोकसभा में पार्टी के उपनेता मुंडे ने स्वीकार किया कि उन्हें बहुत सी बातों को लेकर ‘परेशानियां’ हैं और इन सब पर वह सुषमा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कोई समाधान निकालने के लिए बातचीत कर रहे हैं. वह पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी मिलेंगे.

सवालों के जवाब में उन्होंने कांग्रेस या संप्रग सरकार में शामिल होने की चर्चाओं को भी खारिज करते हुए उन्हें महज अफवाहें बताया. सुषमा ने कहा कि मुंडे की दो दिन पहले पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के दौरान वह दिल्ली में नहीं थीं. मुंडे ने उनसे मिलने और उनके समुख अपनी बात रखने का आग्रह किया था.

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