AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस पर तंज कसा है. अमेरिकी कंपनियों में 'जिहादी' को लेकर किए गए विवादित ट्वीट का जवाब देते हुए ओवैसी ने दिशा के आरोपियों के साथ हुए एनकाउंटर का भी जिक्र किया. साथ ही कहा कि पुलिस केवल भक्तों को जवाब देगी या सांसद को भी देगी?
दरअसल, एक शख्स ने साइबराबाद पुलिस से ट्विटर पर पूछा, 'हैदराबाद में अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए कई जिहादी काम करते हैं? ईरान ने अमेरिकी संपत्तियों को तबाह करने की धमकी दी है. क्या आपने इन शांतिदूतों का बैकग्राउंड चेक या रिस्क असेसमेंट किया? पुलिस कोई फ्रिक नहीं है?
Yes sir... We have specialised wings for collection of advance intel and our teams are on the job 24X7. Thanks for alerting us. Please keep us updated if you find anything suspicious.
— Cyberabad Police (@cyberabadpolice) January 6, 2020
इस पर साइबराबाद पुलिस कमिश्नर के ट्विटर हैंडल से कहा गया, 'हां सर... हमारे पास एडवांस खुफिया तंत्र है और हमारी टीमें 24 घंटे काम कर रहे हैं. हमें सचेत करने के लिए धन्यवाद. यदि आपको कुछ भी संदिग्ध लगता है तो कृपया हमें अपडेट रखें.'
@cpcybd sir you say "yes sir" please enlighten how many such "jihadi" are working in software companies kindly give a number if not please clarify what you exactly meant
Will you reply to an MP or only to a Bhakt? https://t.co/uEMhF7Or2v
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 8, 2020
साइबराबाद पुलिस के इस ट्वीट पर असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा, 'कमिश्नर सर आप कहते हैं 'यस सर' कृपया बताएं कि सॉफ्टवेयर कंपनियों में ऐसे कितने जिहादी काम कर रहे हैं, इसका एक नंबर दें. अगर आप नहीं बता सकते तो आप स्पष्ट कीजिए कि आप कहना क्या चाहते थे. क्या आप सांसद या केवल भक्त को जवाब देंगे?'
@cpcybd sir whatever you do but no killings in name of "encounter" at 05am please, if possible arrest & as accepted 3rd degree will be given but pls no cartoos in stomach
CP saheb Terrorism has no religion, (remember NGodse) https://t.co/uEMhF7Or2v
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 8, 2020
इसके बाद एक और ट्वीट करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'कमिश्नर सर आप कुछ भी कीजिए, लेकिन सुबह 5 बजे 'एनकाउंटर' के नाम पर कोई हत्या नहीं कीजिएगा. अगर संभव हो तो गिरफ्तार कीजिए और स्वीकार्य थर्ड डिग्री दीजिएगा, लेकिन पेट में गोली मत मारिएगा. आतंक का कोई धर्म नहीं होता है, नाथूराम गोडसे को याद कीजिए.'