हैदराबाद के सरूर नगर में हुए बहुचर्चित अप्सरा मर्डर केस में कोर्ट ने पुजारी वेंकट साई सूर्य कृष्ण को उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके अलावा, सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में उसे सात साल की अतिरिक्त सजा दी गई है. यह मामला पिछले साल तब सामने आया था, जब वेंकट साई ने अपनी प्रेमिका अप्सरा को शादी का झांसा देकर धोखा दिया था. जब उसने शादी के लिए दबाव डाला, तो वेंकट ने उसकी हत्या कर दी थी.
जानकारी के अनुसार, वेंकट साई सूर्य कृष्ण पहले से शादीशुदा था. वह सरूर नगर की रहने वाली युवती अप्सरा के साथ प्रेम संबंध में था. उसने अप्सरा को शादी के सपने दिखाए और लंबे समय तक उसे धोखे में रखा, लेकिन जब अप्सरा ने उससे शादी की जिद की, तो वेंकट ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली.
3 जून 2023 को उसने अप्सरा को कोयंबटूर चलने को कहा. रात में उसे सरूर नगर से लेकर रालगुड़ा पहुंचा, जहां डिनर किया. इसके बाद सुल्तानपल्ली में एक गौशाला भी गए. हालांकि, यह सब एक साजिश का हिस्सा था. 4 जून की सुबह वेंकट ने अप्सरा को शमशाबाद के नर्खोडा गांव ले जाकर पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी.
इसके बाद वह शव को कार में डालकर वापस सरूर नगर ले आया और एसआरओ ऑफिस के पास स्थित एक ड्रेनेज मेनहोल में ठूंस दिया. वहां उसने शव को सीमेंट से ढक दिया, ताकि किसी को उसकी गुमशुदगी पर शक न हो. हत्या के बाद वेंकट ने खुद पुलिस के पास अप्सरा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, ताकि उस पर शक न हो.
पुलिस की जांच के बाद पूरा सच सामने आ गया. सरूर नगर पुलिस ने वेंकट के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए और उसे गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में कोर्ट में चले केस के दौरान सभी गवाहों और सबूतों को देखने के बाद अदालत ने उसे दोषी ठहराया और उम्रकैद की सजा सुनाई. इस खौफनाक हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया था. वेंकट का यह क्राइम केवल हत्या तक सीमित नहीं था, उसने साजिश के तहत सबूत मिटाने की भी पूरी कोशिश की थी. पुलिस की सतर्कता और जांच ने उसे बेनकाब कर दिया.