तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार अपने चुनावी वादे के तहत 70 लाख किसानों का कर्ज माफ करेगी. इसकी शुरुआत गुरुवार शाम 4 बजे होगी. जिसके तहत किसानों के खाते में एक लाख रुपये तक की राशि जमा की जाएगी. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पहले ही घोषणा की थी कि किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज को 15 अगस्त तक माफ कर दिया जाएगा. राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने इस कर्ज माफी का वादा किया था. जिसे अब वो पूरा कर रही है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने के लिए राज्य सरकार 7000 करोड़ रुपये अलग-अलग बैंक खातों में डालेगी. राज्य सरकार का कहना है कि जुलाई के आखिर तक 1.5 लाख रुपये तक के फसल लोन को माफ कर दिया जायेगा. इसके अलावा 2 लाख रुपये तक का कर्ज जिन किसानों पर है, उसे 15 अगस्त तक माफ कर दिया जाएगा. इसके साथ ही कर्ज माफी की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी और सरकार का चुनावी वादा पूरा हो जाएगा.
रेड्डी ने सुझाव दिया है किरयथु वेदिका योजना (Rythu Vedika) के तहत हो रही कर्ज माफी के दौरान राज्य के मंत्री और विधायक के साथ तमाम जन प्रतिनिध अलग-अलग इलाकों में किसानों को एकत्रित करें और उनके साथ इस खुशी में भागीदार बनें.
डिप्टी सीएम ने की मुलाकात
इससे पहले राज्य के डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने गुरुवार को बैंकरों से मुलाकात की और उनके साथ विचार विमर्श किया. इसके अलवा सरकार ने कहा है कि कर्ज माफी से जुड़ी किसी भी तरह से की समस्या से निपटने के लिए एक उच्च अधिकारी की नियुक्ति सचिवालय में की जाएगी, जिसके पास दो जिलों (अविभाजित पुराने जिले) की जिम्मेदारी होगी. जो किसी भी तरह की अड़चन से निपटने में मदद करेंगे. बता दें कि राज्य सरकार ने ये स्पष्ट किया है कि राशन कार्ड केवल परिवार की पहचान के लिए है.
राशन कार्ड नहीं फिर भी कर्ज माफ
तेलंगाना में राशन कार्ड धारकों की संख्या लगभग 90 लाख है, जबकि केवल 70 लाख खाते बैंक से कर्ज लेने वाले किसानों के हैं. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि 6.36 लाख किसान ऐसे भी हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं है लेकिन उन्होंने कृषि लोन लिया है, मुख्यमंत्री ने साफ किया जिन किसानों के पास राशन कार्ड नहीं है वो भी इस कर्ज माफी के हकदार हैं.