उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर से एक वीडियो वायरल हुआ है. जहां पर बीजेपी विधायक कमल सिंह मलिक को ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा. नाराज ग्रामीणों ने विधायक का हाथ पकड़कर उन्हें सड़क पर जमे सीवर के पानी में चलवाया. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में कोई भी विकास का कार्य नहीं हुआ है न ही सड़क बनी है, जिसकी वजह से यहां पर पानी भरा रहता है.
ग्रामीणों ने बीजेपी विधायक के विकास के कार्य की पोल खोलकर रख दी. गांव वालों ने विधायक को एक बार नहीं दो बार गंदे पानी में पैदल चलवाया. मौके पर मौजूद लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. अब पूरे गांव में विधायक की खूब किरकिरी हो रही है.
बहादुरगढ़ इलाके के गांवों में पदयात्रा के दौरान बुधवार को क्षेत्रीय विधायक कमल सिंह मलिक क्षेत्र के गांव ढोलपुर, नानई समेत अन्य गांवों में पहुंचे थे. गांव ढोलपुर में जनसभा को संबोधित करने के बाद विधायक गांव में पैदल घूमकर ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे और गांव वालों का हाल चाल जान रहे थे.
इसी दौरान नवनिर्वाचित प्रधान निशा के पति रविंद्र व अन्य ग्रामीण एकत्र हो गए. ग्रामीणों ने विधायक से कहा कि अपने कार्यकाल में वह एक बार भी गांव में नहीं आए. गांव में जलभराव, सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है. ग्राम प्रधान ने सड़क बनवाई लेकिन पानी की निकासी नहीं कराई. जिसके चलते यहां जलभराव रहता है और लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
वहीं इस वायरल वीडियो पर विधायक कमल सिंह मलिक का कहना है कि "मैं अपनी विधानसभा में सभी गांव में जाकर देवालय के दर्शन कर रहा हूं और अपने जो प्रशासनिक काम हैं, उनको चेक करता हूं, गांव के प्रधान जी ने उनसे कहा कि साफ रास्ते से चलते हैं, लेकिन मैंने कहा कि इसी रास्ते से जाएंगे और देखेंगे कि क्या समस्या है और पानी भरने का कारण क्या है. प्रशासन को मामले से अवगत कराने के लिए मैंने खुद ही अपना वीडियो भी बनवाया. विरोधियों ने इसे नकारात्मक ढंग से पेश किया है.
बीजेपी विधायक के वीडियो वायरल होने पर कांग्रेस नेता सचिन चौधरी का कहना है कि भाजपा और कमल मलिक ने गांव में क्या विकास किया है यह हर किसी को नजर आ रहा है. वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि गांव वाले विधायक को विकास दिखाते नजर आ रहे हैं. ये गुस्सा है और बीजेपी के नेताओं के लिए, सचिन चौधरी का कहना है कि बीजेपी नेता और विधायक गांव में न जाएं क्योंकि जनता इनसे खूब नाराज है और इससे हिंसा भड़क सकती है.