यू पी पुलिस पर लगने वाले चारित्रिक दागों की कड़ी के चलते एक अधिकारी को उसके किए की सजा मिल गई है, कानपूर में वीरवार को एस सी /एस कोर्ट ने पुलिस के डिप्टी एस पी अमरजीत सिंह शाही को एक नबालिक लड़की के अपहरण बलात्कार का दोशी मानकर जेल भेज दिया है. इन आरोपों की सजा अदालत सोलह तारीख को सी ओ को सुनाएगी.
सी ओ शाही का फैसला सुनने के लिए अदालत के बहार सैकड़ो लोगो की भीड़ जमा थी सी ओ शाही को जेल ले जाते समय कुछ सामाजिक महिलाओ ने उसके खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसको फ़ासी देने की मांग की.
कानपूर में 13 मार्च 2012 को कैंट थाने में सी ओ अमरजीत शाही को एक नाबालिक लड़की का अपहरण कर उसके साथ धमका कर रेप करने की रिपोर्ट लड़की के पिता ने दर्ज कराई थी. लड़की के पिता सेना में कैप्टन है कैप्टन का आरोप था की सी ओ अमरजीत शाही जब कैंट थाने के सर्किल के सी ओ थे उसी दौरान वह उनके घर आते थे इसी बीच उन्होंने मेरी बेटी को धमका कर उसका रेप कर डाला ,इसके बाद सी ओ का ट्रांसफर प्रताप गढ़ हो गया था जहां उनकी बेटी को जबरन ले जाकर उसका रेप किया करता था. 13 मार्च को सी ओ कानपूर आकर कैपटन के घर से लड़की को जबजस्ती ले जा रहे थे. तभी मोहल्ले के लोगो ने सी ओ को पकड़ कर कैंट पुलिस को सौंप दिया था.
लड़की चुंकी दलित समाज से थी इसलिए उसका मुकदमा एस सी / एस टी कोर्ट की स्पेशल अदालत में चल रहा था. सी ओ इस केस में 18 महीने की जेल काटने के बाद इस समय जामनत पर चल रहे थे लेकिन आज अदालत ने लड़की के बयानों पुलिस के साक्ष्यों के आधार पर जब सी ओ को दोशी पाया तो उसे हिरासत में लेकर तुरंत जेल भेज दिया गया. अदालत सी ओ की सजा का एलान 16 अगस्त को करेगी. सी ओ का यह रेप काण्ड उत्तर प्रदेश में इस कदर चर्चित हुआ था की विधान सभा तक में यह मामला उठ गया था, सी ओ को दोशी माने जाने के फैसले पर पीड़ित लड़की ने अदालत के फैसले को न्याय बताते हुए कहा की मुझे विश्वास है अदालत कम से कम सी ओ को आजन्म कारावास की सजा देगी.