खाता किसी का, एटीएम जारी कर दिया गया किसी और को और गायब हो गए दस लाख रुपये. जी हां, उत्तर प्रदेश के देवरिया में फर्जीवाड़े का यह मामला सामने आया है. रिटायर्ड केंद्रीय कर्मचारी योगेंद्र प्रसाद का खाता पंजाब नेशनल बैंक के मईल ब्रांच में था. जब वो 19 जून को पैसा निकालने बैंक पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. उनके खाते से 10 लाख रुपये गायब थे.
दरअसल बैंककर्मियों की मिलीभगत से एक ऐसे शक्श को एटीएम कार्ड जारी कर दिया गया जिसका इस बैंक में कोई खाता ही नहीं है. इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी ने किसी दूसरे खाताधारक के नाम पर अपना फोटो चस्पा कर खाताधारक का पता लिखकर फर्जी तरीके से बैंककर्मियो की मिलीभगत से एटीएम कार्ड पाने में सफल हो गया. अब बैंक मामले को दबाने में लगा है. इस बारे में पूूछने पर बैंक मामले की जांच की बात कह रहा है.
बैंक मैनेजर ने बताया कि किसी जालसाज ने अपना फोटो लगाकर, जाली दस्तखत बनाकर एटीएम हासिल किया और इसके जरिये दस लाख रूपये निकाल लिए. बैंक इसमें अपने स्तर से जांच की बात कह रही है, पीड़ित योगेन्द्र ने थाने में भी इसकी सूचना दी है. मईल के थाना प्रभारी ने कहा, 'जिस शक्श ने फर्जीवाड़ा कर पैसा पैसा निकाला है उसके फोटो के आधार पर हमने पता किया तो मालूम हुआ की इस आरोपी ने अन्य शाखाओं में यही फोटो लगाकर लाखों निकाल लिए हैं.'