उत्तर प्रदेश में कथित कच्चे मोतियाबिंद के ऑपरेशन के आठ और मामलों के उजागर होने के साथ अब इस ऑपरेशन में अपनी आंखों की रोशनी गंवा चुके लोगों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है. इस दुर्भाग्यपूर्ण शिविर का आयोजन करने वाले गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के खिलाफ पुलिस ने सोमवार को मामला दर्ज कर लिया है.
रविवार को अपनी आंख गवाने वाले लोगों को आंकड़ा तीन दर्ज किया गया था. सिटी मजिस्ट्रेट हेम सिंह ने बताया कि एनजीओ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और संगठन के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पुलिस उपाधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि एनजीओ बांके बिहारी सेवा संस्थान चंद्र पुरी, धौली प्याउ के सदस्य फरार हैं.
प्रियदर्शिनी ने बताया, 'जांच शुरू कर दी गई है, जबकि एनजीओ के सदस्य फरार हैं. जांच के दौरान अपनी आंख की रोशनी गंवा चुके अन्य लोगों के भी नाम दर्ज किए गए. दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने का हर संभव प्रयास जारी है.' आंखों की रोशनी गंवा चुके मरीजों के उपचार के लिए अतिरिक्त सीएमओ डॉ. राजेश सिंह और डॉ. सज्जन कुमार तथा नेत्र सर्जन डॉ. संजीव गुप्ता को मिलाकर तीन सदस्यीय चिकित्सकीय बोर्ड का गठन किया गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएस यादव दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
-इनपुट भाषा से