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UP: इंटरमीडिएट इंग्लिश पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंंड की हुई पहचान, पास कराने का ठेका भी लिया था

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में बुधवार को दूसरी पाली में बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी विषय का पेपर था. दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब पता चला कि पेपर लीक हो गया है. बाद में परीक्षा को रद्द कर दिया गया था.

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यूपी- पेपर लीक मामला (फाइल फोटो)
यूपी- पेपर लीक मामला (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • स्टूडेंट्स को पास कराने का ठेका लेने का भी आरोप
  • 30 मार्च 2022 को लीक हुआ था अंग्रेजी का पेपर

यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट इंग्लिश पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड के नाम सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि इस मामले के मास्टरमाइंड भीमपुरा के रहने वाले आनंद नारायण चौहान उर्फ मुलायम चौहान और मनीष चौहान हैं. आनंद चौहान और मनीष चौहान के ही स्कूल से टैंपर प्रूफ पैकेट से निकाला था. आनंद को स्कूल का मैनेजर और मनीष चौहान को प्रिंसिपल बताया जा रहा है. उन पर छात्रों को पास करवाने का ठेका लेने का भी आरोप है.

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उधर, इस मामले में शनिवार को पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाना क्षेत्र से अरविंद राणा और राहुल को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक, राहुल ने यूपीटीईटी का पेपर 6 लाख रुपए में खरीदा था. इसके बाद राहुल ने करीब 22 अभ्यर्थियों को 50-50 हजार रुपए में पेपर बेच दिया था.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में बुधवार को दूसरी पाली में बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी विषय का पेपर था. दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब पता चला कि पेपर लीक हो गया है. बाद में परीक्षा को रद्द कर दिया गया. 

शुरुआती जांच में पता चला कि पेपर की सीरीज 316 ED और 316 EI का पेपर बलिया से लीक हुआ और इस सीरीज के पेपर उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में भेजे गए थे. विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इन 24 जिलों में परीक्षा को रद्द कर जांच के आदेश दिए. आराधना शुक्ला से जब सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि पेपर मजबूती से सीलबंद लिफाफे में था कोई जानकार ही इसको लीक कर सकता है.

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बलिया के DIOS समेत अब तक 24 गिरफ्तार

घटना के बाद डीआईओएस बलिया को सस्पेंड कर दिया गया था. इस मामले में बलिया के डीआईओएस और स्थानीय पत्रकार समेत 24 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. करीब डेढ़ दर्जन लोग बलिया पुलिस और यूपी एसटीएफ की हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है. उनके मोबाइल खंगाले जा रहे हैं. बाद में बलिया के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेजी, जिसमें बताया गया कि सभी एग्जाम सेंटर पर पेपर non tearable packet में सुरक्षित मिले हैं. 

 

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