लखीमपुरखीरी जिला जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी रविंद्र सिंह लोध और अजय तिवारी बुधवार सुबह आठ बजे जेल के मुख्य द्वार पर तैनात संतरी को तमंचा और देशी पिस्टल दिखाकर फरार हो गए. पुलिस चार बंदी रक्षकों, एक होमगार्ड और एक स्वीपर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
घटना के बाद प्रदेश के जेल राज्यमंत्री रामपाल राजवंशी और डीआईजी जेल शरद कुलश्रेष्ठ ने हालात का जायजा लिया. मामले में पुलिस ने ढखवा से लोध की पत्नी और उसके 11 साल के बेटे को हिरासत में लेकर कोतवाली में बिठा लिया है. पुलिस ने दोनों कैदियों के अलावा चार बंदी रक्षक और एक होमगार्ड के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
लूट, हत्या और जानलेवा हमले सहित कई मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहे दोनों कैदियों में रविंद्र सिंह लोध लखीमपुर जिले की गोला कोतवाली के गांव ढखवा का निवासी है. वहीं, अजय तिवारी श्रावस्ती जिले के मल्लीपुर थाने के सिकारी चौरा गांव का रहने वाला है. बुधवार सुबह दोनों कैदी कूड़ा ले जाने वाली ठेलिया के पीछे-पीछे मुख्य गेट तक आ गए और गेटकीपर को धक्का देते हुए जेल के मुख्य द्वार से बाहर निकल गए. यहां तैनात संतरी ने दोनों को पकड़ना चाहा तो एक ने तमंचा और दूसरे ने देशी पिस्टल तानकर जेल अधीक्षक के आवास के सामने पहुंच गए. यहां उन्होंने इन्हीं असलहों के बल पर सूरज वर्मा निवासी उदयपुर महेवा को रोका और उसकी बाइक छीन ली. इसी बाइक से दोनों फरार हो गए.
सूरज की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस को फरार कैदियों में एक की देशी पिस्टल की मैगजीन सूरज ने सौंपी.