थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है.
शायद इस गाने का सुरूर आजकल कानपूर पुलिस के सिर चढ़कर बोल रहा है, तभी सड़क पर मुस्तैदी की जगह खाकी मदमस्त दिखती है. अभी कानपुर के ही घंटाघर में एक नशेबाज दरोगा ने एक वेटर को गोली मारकर खाकी को क्या कम शर्मसार किया था कि अब कृष्णा नगर में दो पुलिसवालों की नशेबाजी की तस्वीर सामने आ गयी.
वाकया कानपूर के चकेरी थाने के कृष्णा नगर इलाके का है. लखनऊ के नाका थाने में तैनात सिपाही राम प्रकाश अपने एक अन्य साथी सिपाही के साथ नशेबाजी करने कानपूर तक पहुंच गया और वो भी वर्दी में. उसके बाद क्या था, दो पेग हलक में गया नहीं कि शुरू हो गयी मायावती, मुलायम और अखिलेश की लानत मलानत.
घंटों तक इलाके के हर आमो खास और दुकानदारों को धमकियां और गालियों की सौगात देते हुए सड़क पर पड़े रहे. इस पर न तो इलाकाई पुलिस की ही नजर पड़ी और न ही खाकी की रहनुमाई करने वाली अधिकारीयों की. उसके बाद जब इन दोनों का नशा कुछ उतरा तब दोनों एक दुसरे के गले में हाथ डालकर चले गए.
वो तो भला हो एक सज्जन का जिनके मोबाइल कैमरे ने इनकी हरकतों को समाज के सामने लाकर उन्हें अपनी गिरेबान में झांकने को मजबूर कर दिया, जो खुद को हाईटेक होने का दम भरते हैं. लेकिन अफ़सोस की पुलिस की गरिमा पर दाग लगाने वाली इस हरकत पर शहर का कोई अधिकारी सफाई भी देने को तैयार नहीं है.