scorecardresearch
 

कानपुर: 10 घंटे की मशक्कत के बाद बोरवेल से बाहर निकाली गई बच्ची खुशी की मौत

कानपुर में रविवार की सुबह 25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी दो की बच्ची को सेना ने सुरक्षित निकाल लिया. बच्ची के गिरने की खबर मिलते ही आर्मी ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था.

Advertisement
X
25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 4 साल की बच्ची
25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 4 साल की बच्ची

Advertisement

रविवार सुबह 25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची खुशी की मौत हो गई है. सुबह 8 आठ बजे से करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सेना और एनडीआरएफ की टीम ने उसे बाहर निकाल लिया था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया था. डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की मौत तीन-चार घंटे पहले ही हो चुकी थी.

कानपुर में रविवार सुबह एक दो साल की बच्ची 25 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. बच्ची को बोरवेल में गिरता देख उसकी मां उसे पकड़ने के लिए दौड़ी, लेकिन तब तक वो बोरवेल में नीचे चली गई थी. क्षेत्र के लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी और मौके पर तुरंत पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए. रेसक्यू के लिए सेना की टीम को भी बुलाया गया था.

Advertisement

खेलते-खेलते बोरवेल में गिरी बच्ची
कानपुर के नवाब गंज थाने के टीबी अस्पताल के पास खुशी नाम की चार साल की मासूम बच्ची 25 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. रामचंद्र और श्यामकली के बेटी के साथ यह हादसा तब हुआ जब उसकी मां शौच के लिए गई थी. खुशी खेलते-खेलते बोरवेल के पास पहुंची और उसकी मां की नजर जब तक पड़ती, तब तक वह 25 फिट नीचे जा चुकी थी.

केडीए ने खोदा था गड्ढा
इस मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने अधिकारियों को सूचित किया. इस घटना में सीधे-सीधे केडीए यानी कानपुर विकास प्राधिकरण की गलती सामने आ रही है, क्योंकि यह बोरवेल केडीए ने ही मिट्टी टेस्ट करने के लिए खोदा था और खुला ही छोड़ दिया, जिसके चलते यह घटना घटी है.

सेना चला रही है रेस्क्यू ऑपरेशन
मौके पर सेना को भी बुला लिया गया और सेना के जवानों ने सुबह 8 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था. बोरवेल में ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए मशीन के जरिए नीचे बोरवेल में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी. डॉक्टर और एम्बुलेंस घटनास्थल पर मौजूद थे.

Advertisement

Advertisement
Advertisement