यूपी सरकार राज्य के निराश्रित, बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए 16 जिलों में 20 गोसंरक्षण केंद्रों की स्थापना करेगी. शनिवार को एक सरकारी बयान जारी कर बताया गया है कि योगी सरकार ने इसके लिए 12 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है. इस धनराशि से इटावा, कानपुर देहात, बस्ती, सिद्धार्थ नगर, अलीगढ़, बरेली, अयोध्या, सीतापुर, लखनऊ, रायबरेली, झांसी और बांदा में एक-एक गोसंरक्षण केंद्र की स्थापना होगी.
वहीं अंबेडकर नगर, हरदोई, बहराइच और फतेहपुर में दो-दो गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी. प्रत्येक संरक्षण केंद्र की स्थापना के लिए 60 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की गई है.
बयान के अनुसार इस संबंध में पशुधन विभाग द्वारा निदेशक प्रशासन एवं विकास पशु पालन विभाग को शासनादेश जारी करते हुए गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता निर्विवाद रूप से सुनिश्चित कर ली जाए.
UP में गोवंश का आधार कार्ड
अक्टूबर 2020 मेें योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गोवंश की पहचान के लिए उनकी ईयर टैगिंग अनिवार्य कर दी थी. इसमें प्रत्येक पशु को 12 अंकों का यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर दिया गया है. यह एक तरीके से पशुओं का आधार कार्ड है.
इसमें उनसे जुड़ी सभी जानकारियां हैं. ईयर टैगिंग के लिए पशुपालकों से कोई फीस नहीं ली गई थी. ईयर टैगिंग के तहत पीले कार्ड को पशु के कान में लगाया गया है. इसमें पशु की उम्र, लोकेशन, प्रजाति, ब्रिडिंग और टीकाकरण की स्थिति के साथ-साथ दूध की मात्रा कद काठी और पालक का नाम आधार व फोन नंबर जानकारी दर्ज की गई थी.