उत्तर प्रदेश सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 25 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया है. चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नौकरशाही में यह बड़ा उलटफेर माना जा रहा है.
अखिलेश के काफी करीबी माने जाने वाले लखनऊ के जिलाधिकारी अनुराग यादव की जगह इलाहाबाद केजिलाधिकारी राजशेखर को राजधानी लखनऊ की कमान सौंपी गई है. अनुराग को लेकर पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे और वह लंबी छुट्टी पर भी थे. फिलहाल अनुराग को कोई नई तैनाती नहीं दी गई है. उन्हें प्रतीक्षारत रखा गया है.
इसके अलावा, मुजफ्फरनगर दंगे जैसे बड़ी हलचलों के वक्त उप्र के गृह सचिव रहे आर.एम. श्रीवास्तव के विभाग में फेरबदल किया गया है. अब तक संस्थागत वित्त विभाग के साथ पंचायती राज विभाग के प्रमुख सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार देख रहे श्रीवास्तव से पंचायती राज का काम वापस ले लिया गया है. अब वह सिर्फ संस्थागत वित्त विभाग के प्रमुख सचिव रहेंगे.
इसके अलावा, सदाकांत से भी सूचना विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया है. अब वह सिर्फ आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव रहेंगे. इसके अलावा बी.एस. भुल्लर को प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग और पी. गुरुप्रसाद को इलाहाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया है. बादल चटर्जी इलाहाबाद के नए मंडलायुक्त होंगे.
अदिति सिंह को डिप्टी एमडी, यूपीएसआरटीसी बनाया गया है जबकि चंचल कुमार तिवारी को प्रमुख सचिव, पंचायती राज की जिम्मेदारी सौंपी गई है. विद्या भूषण मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जनपद इटावा के जिलाधिकारी बनाए गए हैं.
लाल बिहारी को झांसी का जिलाधिकारी बनाया गया है, जबकि कर्ण सिंह चौहान संभल के नए जिलाधिकारी होंगे. मुकेश चंद्रा बलरामपुर के नए जिलाधिकारी होंगे, जबकि चंद्रकांत पांडेय को मऊ का जिलाधिकारी बनाया गया है.