लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में पांच बदमाशों ने एक किशोरी को अगवा कर गैंगरेप किया और 24 घंटे बाद पीड़िता को बेहोशी की हालत में घर के पास फेंक गए. पांच दिन बाद किशोरी के पिता ने एसएसपी से शिकायत की. सीओ कैंट ने जांच में मामला संदिग्ध नजर आने पर एसओ को रिपोर्ट दर्ज कर तहकीकात के बाद धरपकड़ के आदेश दिए हैं.
एसएसपी जे रविंदर गौड़ ने बताया कि आशियाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि 16 अक्टूबर की रात उसकी 13 वर्षीय बेटी घर से थोड़ी दूर स्थित अपनी परचून की दुकान पर जा रही थी. दुकान उसकी मां ही चलाती है. रास्ते में पड़ोसी टैक्सी चालक बाबू, उसके भाई राजू, और नफीस ने दो अन्य के साथ उसे दबोचा और कार में लाद ले गए.
लड़की के पिता ने बताया कि काफी देर तक बेटी के नजर न आने पर तलाश शुरू की. कहीं पता न चलने पर पुलिस को सूचना दी. इस बीच 17 अक्टूबर की रात किशोरी तिवारी मार्केट के पास बेहोशी की हालत में मिली. होश आने पर उसने बताया कि पांचों लोगों ने उसे नशा दे दिया था और मुंह में कपड़ा ठूंसकर रेप किया. एसएसपी ने शिकायत की जांच सीओ कैंट बबिता सिंह को सौंपी.
सीओ बबिता सिंह के अनुसार उन्होंने पीड़िता, उसके परिवार के साथ आसपास के लोगों से तहकीकात की. विरोधाभासी बयानों के चलते मामला संदिग्ध नजर आया. सिर्फ इतनी पुष्टि हुई कि किशोरी 24 घंटे लापता रही थी. यह भी पता चला कि आरोपी राजू की बहन को काफी समय पहले किशोरी का जीजा भगा ले गया था. इसका मुकदमा विचाराधीन है. इस पर एसओ आशियाना को रिपोर्ट दर्ज कर तफ्तीश के आदेश दिए गए हैं. सच्चाई का पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी.'