उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार द्वारा रायबरेली और अमेठी में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति के आदेश से दोनों शहरों के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है.
लोग अपने सांसदों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव राहुल गांधी के साथ-साथ सपा सरकार का भी आभार प्रकट कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार देर रात एक आदेश जारी कर रायबरेली और अमेठी जिला मुख्यालय को अगले आदेश तक कटौतीमुक्त आपूर्ति के निर्देश दिए गए.
कहा जा रहा है कि मंगलवार दोपहर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के बीच मुलाकात के बाद देर रात रायबरेली-अमेठी को 24 घंटे बिजली आपूर्ति का फैसला लिया गया.
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा में सोनिया ने मुलायाम की सीट के पास जाकर रायबरेली और अमेठी में बिजली आपूर्ति के बारे में चर्चा की थी. रायबरेली के इंदिरानगर निवासी कुलदीप नारायण तिवारी ने कहा, 'वीवीआईपी क्षेत्र होने के बावजूद अभी तक रायबरेली को केवल 12 से 15 घंटे ही बिजली मिलती थी. देर आए दुरुस्त आए. हम अपनी सांसद सोनिया के आभारी हैं.'
शहजादे कोठी कालोनी निवासी कृष्णकांत गुप्ता ने कहा, 'रायबरेली देश की सबसे बड़ी राजनीतिक हस्तियों में एक सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है. इसे पहले से बिजली 24 घंटे मिलनी चाहिए थी. बिजली कटौती से राहत दिलाने के लिए हम अपनी सांसद सोनिया गांधी के साथ राज्य सरकार को भी धन्यवाद देते हैं.'
रायबरेली में व्यापार मंडल के सदस्य बुधवार को घंटाघर चौराहे पर दोपहर को सोनिया गांधी को धन्यवाद देने के लिए एक कार्यक्रम भी आयोजित कर रहे हैं. उधर अमेठी निवासी विद्यापाल सिंह ने कहा, 'हम लोगों को वीवीआईपी संसदीय क्षेत्र में रहने की कुछ सुविधाएं तो थीं लेकिन मूलभूत जरूरत बिजली की असमय कटौती एक बड़ी समस्या थी. हमें समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला है कि सोनिया जी की पहल से ऐसा हुआ है.'
प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा, 'आलाकमान लंबे समय से इन दोनों शहरों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की कोशिशें करता रहा है, लेकिन पूर्ववर्ती मायावती सरकार में तो इस मामले को लेकर कांग्रेस और सरकार के बीच तनातनी भी हुई थी.'
फिलहाल उत्तर प्रदेश में केवल लखनऊ, आगरा, मैनपुरी, कन्नौज और इटावा को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. जहां इटावा मुलायम का गृहजिला है, वहीं मैनपुरी उनका संसदीय क्षेत्र. कन्नौज उनकी बहू डिम्पल का संसदीय क्षेत्र है.