कोयला आवंटन में अपने खिलाफ आरोप लगाने वाले बेजीपी नेताओं के खिलाफ 48 घंटे के अंदर मानहानि का नोटिस देने की बात कहते हुये केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि सीबीआई और अंतर मंत्री समूह की जांच में शक की सुई भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में आवंटित कोयला ब्लाक की तरफ जा रही है. इसलिये पार्टी बौखला गयी है और वह चाहती है कि जल्द से जल्द सभी कोयला ब्लाक आवंटन रद्द कर दिये जाएं.
जायसवाल ने कहा कि बीजेपी ने संसद सत्र का समापन गांधी प्रतिमा पर धरना देकर किया है, जबकि बापू की नीतियों से उनका दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है. जायसवाल ने कहा कि बीजेपी ने संसद के सत्र का समापन गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देकर किया वह गलत था, क्योंकि बीजेपी ने ही संसद को बंधक बनाये रखा और चलने नहीं दिया और अब गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देकर नाटक कर रही है. भारतीय जनता पार्टी अफवाह फैलाकर राजनीति करने वाली पार्टी है, उसने संसद न चलने देकर जनता के साथ धोखा किया है, क्योंकि इस सत्र के दौरान जनता से जुड़े कई बिल भाजपा की वजह से पास न हो सकें.
जायसवाल ने यहां कांग्रेस कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीबीआई और अंतर मंत्री समूह (आईएमजी) की जांच में कोयला ब्लाक आवंटन मामले में जिस तरह भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के नेताओं की कलई खुलने की संभावना बढ़ रही है, उससे इस पार्टी के नेताओं में बौखलाहट फैल गयी है.
उन्होंने आरोप लगाया कि इसलिए बीजेपी नेता इस तरह की साजिश और षडयंत्र कर रहे है कि आखिर कैसे अपने नेताओं को बचाया जा सके. इसलिये बीजेपी नेता ऐसी मांग कर रहे है कि जल्द से जल्द सभी कोयला ब्लाक आवंटन रद्द कर दिये जाये और उनके नेताओं के नाम सामने न आने पाये.
जायसवाल ने कहा कि लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है सीबीआई भी अपनी जांच कर रही है तथा अंतर मंत्री समूह (आईएमजी) भी अपनी जांच कर रहा है. जितने भी कोयला ब्लाक आवंटन किये गये थे उनके कामकाज की जांच की जा रही है. ताकि कोई भी गलत फैसला न हो सके. उन्होंने कहा कि जो भी जांच में निकलकर सामने आयेगा उसी आधार पर फैसला किया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चाहते थे कि कोयला ब्लाक आंवटन में नीलामी की प्रक्रिया अपनाई जायें, लेकिन राज्य सरकारों ने इसका विरोध किया और अब जब उन्हें लग रहा है कि वह फंस जायेंगे तो हो हल्ला मचा रहे है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बेदाग रिकार्ड रहा है और उनसे इस्तीफा मांगकर उन पर कीचड़ उछालने की कोशिश की जा रही है. ऐसा करके भाजपा अपना अस्तित्व बचाना चाहती थी.
उन्होंने कहा कि जिस जायसवाल परिवार के साथ हमारे (श्रीप्रकाश जायसवाल) के साथ संबंध दिखाये जा रहे है और मीडिया में ऐसे फोटो दिखाये जा रहे है. उस शादी में भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी भी गये थे. इस शादी के फोटो भी दिखाये गये.
जायसवाल ने कहा कि चूंकि वह शादी समारोह एक जायसवाल परिवार की बेटी की थी. इसलिये मीडिया सिर्फ उनकी ही फोटो दिखा रहा है. मीडिया आडवाणी, सुषमा स्वराज और गडकरी की फोटो नहीं दिखा रहा है. उनका मानना है कि किसी की बेटी की शादी में अगर वह कोई अपराधी नहीं है तो जाना कोई गुनाह नहीं है.
जायसवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी के ‘छुटभैये’ नेता अपने आकाओं के कहने पर उनके खिलाफ उन पर आरोप लगा रहे है. ऐसे लोग सबूत सीबीआई के समक्ष पेश करें और अगर वह दोषी पाये गये तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. वरना ऐसे लोगों को अपने मुंह पर कालिख पोतकर कानपुर की जनता से माफी मांगनी चाहिये. उन्होंने कहा कि बीजेपी के जिन ‘छुटभैये’ नेताओं ने उनके खिलाफ आरोप लगाये है उनके खिलाफ वह 48 घंटे के अंदर मानहानि का नोटिस भेजेंगें.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने संसद का सत्र नहीं चलने दिया और किस तरह से संसद को बंधक बनाये रखा, जिससे जनता के हित के तमाम विधेयक पारित नहीं हो पाये. मगर अब देश की जनता सच जान चुकी है और वह बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी.
सीबीआई की जांच निष्पक्षता संबंधी बीजेपी के आरोप पर जायसवाल ने कहा कि तो फिर क्या बीजेपी वालों से जांच करा ली जाये. जब उन्हें लग रहा है कि सीबीआई जांच में कहीं वह फंस न जायें तब वह ऐसी मांग कर रहे है.
उन्होंने कहा कि सीबीआई के अलावा अंतर मंत्री समूह भी तो जांच कर रहा है और जो भी सच सामने सबके सामने रखा जायेगा, क्योंकि आजकल कोई भी बात बहुत ज्यादा दिन छिप नहीं पाती है. जल्द ही दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा.