उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर राजधानी लखनऊ में एक कैंसर संस्थान स्थापित करने का शुक्रवार को ऐलान किया.
मुख्यमंत्री ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के दीक्षांत समारोह के दौरान कहा, ‘कैंसर के मरीजों की तादाद बढ़ रही है और उन्हें गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराना समय की मांग है. कैंसर के मरीजों की बढ़ती तादाद के मद्देनजर हम राजधानी में एक कैंसर संस्थान स्थापित करने जा रहे हैं.’
प्रदेश की पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में केजीएमयू में सुविधाओं की कमी होने का आरोप लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि पुरानी बाधाओं को दूर कर लिया गया है और अब यह संस्थान उन्नति की राह पर है.
उन्होंने छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय को उसका पुराना नाम देकर केजीएमयू करने का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस चिकित्सा विश्वविद्यालय का नाम ही एक बाधा थी. हमने दूसरी बार इसे इसका पुराना नाम केजीएमयू दिलाया है. मुझे उम्मीद है कि अब इस संस्थान के विकास में कोई बाधा नहीं आएगी.’
संस्थान में पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट की स्थापना में मदद का वादा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना पर 120 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. उन्होंने केजीएमयू के सेटेलाइट कैंपस भी जल्द शुरू करने की बात कही, हालांकि इस पर विस्तार से कुछ नहीं कहा.
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने इस मौके पर 15 मेधावी छात्र-छात्राओं को पदक प्रदान किए. प्रदेश के राज्यपाल बी. एल. जोशी ने इस अवसर पर केजीएमयू के शानदार अतीत पर प्रकाश डालते हुए उसके स्वर्णिम भविष्य की कामना की. उन्होंने पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई भी दी.