कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चाणक्य कहे जाने वाले नेता के. एन. गोविंदाचार्य का मानना है कि नीतियों में समानता होने के कारण भाजपा और कांग्रेस को आगामी लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ना चाहिये, ताकि संसद में विपक्ष की जगह खाली हो और वहां गरीबों की आवाज उठायी जा सके.
गोविंदाचार्य ने शनिवार शाम को संवाददाताओं से बातचीत में देश के दो प्रमुख राष्ट्रीय दलों भाजपा और कांग्रेस पर जमकर तीखे प्रहार किये. उन्होंने कहा कि देश में सत्ता और विपक्ष का भेद खत्म हो गया है. दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां विदेशी और अमीर परस्त नीतियों को बढ़ावा दे रही हैं और संसद में गरीबों की आवाज नहीं उठ रही है.
उन्होंने कहा कि नीतियों में समानता की वजह से भाजपा और कांग्रेस को अगला लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ना चाहिये, ताकि संसद में विपक्ष की जगह खाली हो और गरीबों की चिंता करने वाले दलों के प्रतिनिधि संसद में पहुंचकर निर्धन लोगों की आवाज उठाएं.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आंदोलनों को भले ही विफल माना जा रहा हो लेकिन यह जनजागरण की सफलता का संकेत है.