उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंध (संप्रग) सरकार पर सीधे तौर पर हमला बोलते हुए कहा कि बसपा अगले महीने होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केंद्र को दिए जा रहे समर्थन पर पुनर्विचार करेगी.
लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा कि संप्रग की गलत नीतियों की वजह से देश में गरीबों का जीना दुभर हो गया है. पहले केंद्र सरकार ने डीजल की कीमत में वृद्धि की और रसोई गैस की राशनिंग कर जनविरोधी फैसले लिए और फिर खुदरा में एफडीआई को मंजूरी दे दी.
मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से गरीबों पर काफी बोझ पड़ा है. बसपा ने समय-समय पर केंद्र की नीतियों का विरोध संसद से सड़क तक किया है लेकिन केंद्र की सरकार जिस तरह से एक के बाद एक फैसले ले रही है, उसे देखते हुए पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से दिए जा रहे समर्थन पर पुनर्विचार करेगी.
मायावती ने कहा कि बसपा डीजल की कीमत में की गई वृद्घि, रसोई गैस की राशनिंग और देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी दिए जाने की कड़े शब्दों में निंदा करती है.
मायावती ने सख्त लहजे में कहा कि अगले माह नौ अक्टूबर को बसपा ने राष्ट्रीय संकल्प रैली बुलाई है, जिसमें पूरे देश के कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचेंगे. अगले दिन 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें केंद्र को दिए जा रहे समर्थन पर पुनर्विचार किया जाएगा.