अगर आपने नोएडा एक्सेंटशन में घर बुक कराया है तो आपका टेंशन खत्म. आपके लिए अच्छी खबर आई है. एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने मास्टर प्लान 2021 को मंजूरी दे दी. लेकिन इस पर आखिरी मुहर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लगेगी. क्योंकि वहां ग्रेटर नोएडा की आवासीय योजनाओं से संबंधित मामले लंबित हैं.
मास्टर प्लान को मंजूरी मिलने के बाद गाजियाबाद-नोएडा-फरीदाबाद कॉरीडोर पर बचे हुए 50 फीसदी काम के लिए निर्माण कार्य तेज हो जाएगा. फिलहाल, बोर्ड के फैसले पर ग्रेटर नोएडा ऑथरिटी अपनी औपचारिकता पूरी करेगी. यानी अपनी सिफारिशों के साथ इसे इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजेगी.
गौरतलब है कि 28 जून को ही दिल्ली स्थित एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की एक समिति ने मास्टर प्लान, 2021 को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी थी. इसी वक्त नोएडा एक्सटेंशन में निर्माण कार्य फिर शुरू होने का रास्ता एक तरह से साफ हो गया था.
गौरतलब है कि नोएडा एक्सटेंशन में करीब दो लाख निवेशकों ने फ्लैट बुक कराए हैं. इलाहाबाद हाइकोर्ट ने आदेश दिया था कि एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से मास्टर प्लान को मंजूरी मिले बिना नोएडा एक्सटेंशन में निर्माण कार्य नहीं किया जा सकेगा.
नोएडा एक्सेंशन में जमीनों के अधिग्रहण के खिलाफ किसान अदालत चले गए थे जिसके बाद अलग-अलग फैसलों में कई गांवों के अधिग्रहण को रद्द कर दिया गया था.
बाद में कोर्ट से राहत मिलने के बाद एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने मास्टर प्लान में बदलाव कर उसे हरी झंडी दे दी थी. एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के बाद अब केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार इसे लागू कर देगी.