उत्तर प्रदेश सरकार ने वैट की 12 प्रतिशत की मुख्य दर के दायरे में आने वाले सामानों पर कर का बोझ 0.5 प्रतिशत और बढ़ा दिया है. इससे प्रदेश के उपभोक्ताओं को बिजली से चलने वाले घरेलू सामानों, मोबाइलफोन, मोटरसाइकिल और सीमेंट आदि के लिए जेब से और पैसा निकालना होगा.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य मंत्रिपरिषद की हुई बैठक में वैट की 12 प्रतिशत की दर पर लगाए जा रहे अतिरिक्त एक प्रतिशत कर को बढा कर 1.5 प्रतिशत करने का निर्णय किया गया.
जानकारों के अनुसार इस फैसले के बाद एयर कंडीशनर, फ्रिज, मोटरसाइकिल, सौंदर्य प्रसाधन, शैम्पू, सैनिटरी वस्तुएं, टाइल्स, बिजली से चलने वाला घरेलू सामान, ट्रांसफार्मर, वाटर प्यूरीफायर, कैमरा, 10 हजार रुपये से ज्यादा मूल्य के मोबाइल फोन, औद्योगिक लिक्विड पेट्रोलियम गैस, घड़ियां, क्रेनें, सीमेंट तथा कुछ अन्य समान महंगे हो जाएंगे.
हालांकि राज्य सरकार का दावा है कि अतिरिक्त कर बढ़ाए जाने के बावजूद देश में कर का भार अन्य सूबों के मुकाबले कम है.