बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जातीय दंगे की घटना पर गहरा अफसोस तथा चिन्ता जाहिर करते हुये कहा कि राज्य में साम्प्रदायिक घटनाओं के बाद अब जातीय संघर्ष की वारदात से प्रदेश दहलने लगा है. इससे यह साबित होता है कि बेहतर अपराध-नियन्त्रण तथा कानून-व्यवस्था सत्तारूढ़ भाजपा के बस की चीज नहीं है.
भाजपा सरकार की भगवा तुष्टीकरण की नीति का आरोप
मायावती ने यहां एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार की भगवा तुष्टीकरण की नीति के कारण कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करना, हत्या तथा हिंसा करना सामान्य बात होती जा रही है, जिस कारण प्रदेश में भय एवं आतंक का एक नया खराब माहौल पैदा होता जा रहा है, बिना अनुमति के जुलूस निकालने तथा इसे लेकर नई परम्परा की शुरुआत करने वाले लोगों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुये मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार को अब अपनी कथनी और करनी में अन्तर को समाप्त करके प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को जनहित में बेहतर बनाना होगा, वरना सरकारी तंत्र से लोगों का विश्वास उठता चला जायेगा.
DJ डीजे बजाने को लेकर हुआ विवाद
गौरतलब है कि शब्बीरपुर गांव में महाराजा प्रताप जयंती के अवसर पर डीजे बजाने को लेकर राजपूत और दलित समाज में शुक्रवार को संघर्ष हुआ. दोनों तरफ से पत्थरबाजी के कारण एक युवक की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग जख्मी हो गए. यह सूचना मिलने पर गांव शिमलाना से लोग आ गए. इसके बाद शब्बीरपुल गांव के दलितों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. पुलिस के वाहनों में तोड़फोड़ की गई और एक पुलिसकर्मी की स्कूटी में आग लगा दी गई. तनाव बढ़ने के बाद गांव में पीएसी तैनात कर दी गई है. बवाल में मारे गए युवक का पुलिस ने रात में ही अंतिम संस्कार करवाया और मामले में दोनों पक्षों की ओर से 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया.