उत्तर प्रदेश में अपराधियों के अवैध निर्माण पर चलने वाला बुलडोजर अब नवरात्रि और दुर्गा पूजा के मौके पर पंडालों की भी शोभा बढ़ा रहा है. बता दें कि योगी आदित्यनाथ सरकार में क्राइम कंट्रोल और अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए बड़े पैमाने पर बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है.
अब यह बुलडोजर पूजा पंडालों का भी हिस्सा बन गया है. लखनऊ में कैंट पूजा समिति ने ना सिर्फ़ पंडाल में इसे लगाया है बल्कि दुर्गा प्रतिमा के पास इसको लगा कर ये संदेश देने की कोशिश की है कि मां दुर्गा का नया अस्त्र ‘बुल्डोज़रास्त्र’ है. इसके पास ये लिखा गया है कि ये माता का नया दिव्यास्त्र है जिससे वो कलियुगी राक्षसों का दमन करेंगी.
शारदीय नवरात्र में सार्वजनिक पूजा पंडालों में षष्ठी की तिथि से दुर्गा मूर्तियों की पूजा होती है. इससे पहले बुलडोजर भी पंडाल में नज़र आ रहा है. बुलडोजर को असुरी शक्तियों और राक्षसों के दमन का प्रतीक बनाया गया है.
माता अपने इस दिव्यास्त्र से कलयुग के राक्षसों का दमन करेंगी ऐसा पूजा कमेटी के द्वारा बताया जा रहा है. पंडाल में षष्ठी से लोगों की भीड़ होती है ऐसे में ये बुलडोजर भी आकर्षण का केंद्र होगा.
लखनऊ में लोग बुलडोजर को देखने के लिए जा रहे हैं. ये बुलडोजर पंडाल में ख़ास संदेश देने के लिए लगाया गया है. 70 साल पुरानी कैंट पूजा समिति ने बाक़ायदा इसका पोस्टर भी जारी किया है. इसके साथ ही पंडाल में गेट पर और दुर्गा प्रतिमा के सामने बुलडोजर का कटआउट लगाया गया है.
कटआउट पर स्लोगन भी लिखा गया है. कैंट पूजा समिति के मीडिया सेक्रेटेरी निहार डे का कहना है कि ‘बुलडोजर आधुनिक अस्त्र है, जिस तरह से माफिया अपराधियों की सम्पत्ति ध्वस्त की जाती है या अवैध निर्माण को ढहाया जाता है वो अपने आप में अन्याय पर न्याय की जीत है. इसी का संदेश देने के लिए बुलडोजर लगाया गया है क्योंकि मां दुर्गा की पूजा हम महिषासुर मर्दिनी के रूप में करते हैं.