शिवसेना के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत पर मंगलवार को लखनऊ उन्हीं के पार्टी के दो लोगों ने इंक फेंक दिया. हालांकि स्याही संजय रावत के ऊपर नहीं पड़ी, लेकिन संजय रावत के सामने ही पार्टी के दो गुटों में जमकर हाथापाई हुई और यह बात सामने आ गई शिवसेना की उत्तर प्रदेश में क्या हालत है. संजय राउत पर इंक उस वक्त फेंकी गई जब वह एयरपोर्ट से वीवीआईपी गेस्ट हाउस जा रहे थे. गेट पर पहुंचते ही उन पर किसी ने स्याही फेंक दी.
बाद में इंक फेंकने फेंकने वाले दोनों लोगों पकड़ लिया गया और उनकी बुरी तरह से धुनाई कर दी गई. एक युवक की ऐसी पिटाई हुई कि वह अस्पताल में भर्ती है. स्याही फेंकने वाले शिव सैनिकों का नाम सूर्यभान विक्रम और केके दीक्षित है. सूर्यभान विक्रम बुरी तरह पिटाई की वजह से अस्पताल में भर्ती है और केके दीक्षित को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
दरअसल संजय रावत लखनऊ इसीलिए आए थे कि अपनी पार्टी के पदाधिकारियों का नए सिरे से गठन कर सकें और उनके साथ बैठक कर सकें. शिवसेना के उत्तर प्रदेश में दो गुट हैं और दोनों गुट अपने आप को असली बताते हैं. शिवसेना ने अधिकारिक तौर पर उत्तर प्रदेश में अपना कोई राज्य प्रमुख नहीं बनाया हुआ है. बी एन शुक्ला नाम का एक व्यक्ति खुद को राज्य का प्रमुख बताते हैं. दूसरे गुट के नेता अनिल सिंह हैं जो खुद को प्रमुख बताते हैं.
UP: A Shiv Sena party worker attempts to throw ink at Shiv Sena leader Sanjay Raut in Lucknow. pic.twitter.com/av8W0mpRZi
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2016
कहा जा रहा है किस शिवसैनिकों ने पार्टी में चल रही खींचतान को लेकर संजय राउत का ध्यान खींचने के लिए ही उनके ऊपर स्याही फेंकी थी. संजय राउत ने इस घटना के बाद कहा कि वह पता कर रहे हैं कि स्याही फेंकने वाला कौन थे और उसका मकसद क्या था.
I am trying to find out what happened, we have to look into who it was who threw the ink: Sanjay Raut pic.twitter.com/FLufKWvi1p
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2016