उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पड़ने वाले क्यारा गांव में पिछले 10 दिनों में 30 लोगों की मौत हो चुकी है. सभी को सर्दी-खांसी और बुखार की शिकायत थी. आजतक ने क्यारा गांव जाकर ग्राउंड जीरो से सच्चाई सामने लाई थी. अब उसका असर हुआ है. आजतक की रिपोर्ट और 30 मौतों के बाद सरकारी महकमे की नींद खुली है. अब गांव में घर-घर जाकर कोरोना की जांच की जाएगी.
दरअसल, बरेली से 20 किलोमीटर दूर क्यारा गांव में बीते 10 दिनों में 30 लोगों की मौत सर्दी-खांसी और बुखार से हो चुकी है. आजतक ने गांव से रिपोर्ट की थी. गांव वालों ने बताया था कि सर्दी-जुकाम और बुखार से जान जा रही है. गांववालों की मानें तो यहां अभी तक स्वास्थ्य की टीम भी नहीं पहुंची है.
आजतक ने क्यारा गांव की सच्चाई सामने रखी थी. क्यारा गांव आंवला लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. रिपोर्ट के बाद यहां के सांसद धर्मेंद्र कश्यप गांव पहुंचे. उनके साथ लोगों की कोरोना जांच करने के लिए सीएमओ की टीम भी गई है. जबकि, इससे पहले तक न तो सांसद को इस गांव की फिक्र थी और न ही स्वास्थ्य महकमे को.
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गांववालों ने बताया था कि लोगों को सर्दी-खांसी, जुकाम और सांस लेने में तकलीफ हो रही है. धीरे-धीरे मरीज की हालत बिगड़ जाती है और जब तक उसे इलाज के लिए शहर ले जाया जाता है, मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता है. गांववाले इसे रहस्यमयी बीमारी कहते हैं. लेकिन मरने वालों में लक्षण कोरोना के ही दिख रहे थे.
यहां कोरोना की जांच तो हो रही थीं, लेकिन गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बैठे डॉक्टर दलील दे रहे थे कि यहां कोरोना का मामला नहीं है. उल्टा वो लीपापोती करने में ही लगे थे. वो किसी की मौत के लिए हार्टअटैक तो किसी के लिए दूसरी बीमारी को वजह बताकर लीपापोती कर रहे थे.
गांव में एक के बाद एक मौतें होती जा रही हैं. अब जाकर स्वास्थ्य टीम वहां टेस्टिंग करने पहुंची है. ऐसे में उम्मीद है कि लोगों की जांच होगी और उन्हें सही वक्त पर इलाज मिलेगा.