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Reality Check: यूपी में लॉकडाउन का मिलाजुला असर, कहीं सख्ती तो कहीं नियमों की अनदेखी, जानिए 6 जिलों का हाल

उत्तर प्रदेश में सोमवार सुबह तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, लेकिन प्रदेश के बड़े जिलों में इसका एक सा असर नहीं दिखाई दिया. 'आजतक' के रियलिटी चेक में राज्य में लगे आंशिक कर्फ्यू की अलग तस्वीरें सामने आयी हैं.

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यूपी में लॉकडाउन का उल्लंघन (सांकेतिक तस्वीर)
यूपी में लॉकडाउन का उल्लंघन (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी में लगे लॉकडाउन में दिखा मिलाजुला असर
  • बाजारों में दिखी भीड़
  • लॉकडाउन का जमकर उल्लंघन

उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन की मियाद बढ़ती चली जा रही है. यहां सोमवार सुबह तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, लेकिन प्रदेश के बड़े जिलों में इसका एक सा असर नहीं दिखाई दिया. 'आजतक' के रियलिटी चेक में राज्य में लगे आंशिक कर्फ्यू की अलग तस्वीरें सामने आयी हैं. पहले बात राजधानी लखनऊ की जहां कोरोना के नियमों को लेकर सख्ती दिखाई दी. ज्यादातर इलाकों में बंदी, पुलिस के बैरिकेडिंग और बाजारों में सन्नाटा दिखाई दिया.

अलविदा जुमा की नमाज को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट दिखा. इस बार मस्जिदों में कोरोना महामारी व लॉकडाउन के चलते 5 लोगों को नमाज की इजाज़त मिली. जिसके चलते मस्जिदों में सन्नाटा दिखाई दिया. रमजान के आखिरी जुमा में मस्जिदों में भीड़ रहती थी पर इस बार महामारी के चलते मस्जिदों में सन्नाटा पसरा था. अलविदा जुमा से पहले बड़ा इमामबाड़ा व टीले वाली मस्जिद समेत शहर की मस्जिदों में पुलिस की सुरक्षा दिखाई दी. 

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संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने बताया कि यह पुलिस बल सिर्फ और सिर्फ एतिहात के तौर पर लगाया गया है, साथ ही आंशिक कर्फ्यू के चलते लोगों को बेवजह बाहर न निकलने की हिदायत भी दी जा रही है. दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ में मड़ियांव पुलिस द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की गई. जहां लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे ई रिक्शा, टेंपो, मैजिक गाड़ियों का चालान व जुर्माना की प्रक्रिया करते हुए कार्रवाई की गई. 


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वाराणसी
वहीं दूसरी तरफ दुकानों और बाजारों को दिन में खोलने की इजाजत मिलने के बावजूद, वाराणसी में जमकर कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ती देखी गई. पूर्वांचल की सबसे बड़ी गल्ला मंडी विशेश्वरगंज मंडी में जहां कई दिनों से मिल रही शिकायत के बाद पुलिस थोड़ा सक्रिय नजर आई और दुकानों के बाहर जमीन पर सोशल डिस्टेंसिंग के निशान बनवाते हुए दुकानदारों से लेकर खरीदारों को भी हिदायत दी. तो वहीं शहर के अन्य इलाकों जैसे लंका, सुसुवाही और नई सड़क पर छूट की मियाद के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर लोग खरीदारी करते नजर आए. वहीं बगैर मास्क के भी घूमना उनके लिए आम बात रही. इन इलाकों में तो पुलिस भी किसी को रोकती टोकती नजर नहीं आई. 

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विशेश्वरगंज गल्ला मंडी के दुकानदार विक्की गुप्ता ने बताया कि चूंकि यह बहुत बड़ी मंडी है और समय के अभाव के चलते लोग सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का ध्यान नहीं दे रहे हैं. लेकिन इसका पालन होना चाहिए. शुक्रवार को कोतवाली थाने की पुलिस ने दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के निशान भी बनाए हैं. जो बेहद जरूरी है. तो वहीं एक खरीदार वसीम ने बताया कि ईद आने वाली है और लॉकडाउन में मिली कम समय की छूट के चलते बाजारों में भीड़ हो जा रही है. जिससे लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूल जा रहे हैं. जबकि ऐसा करना ठीक नहीं है.

कानपुर
अब बात करें राजधानी से सटे कानपुर की तो यहां शहर के मार्केट में दुकानें तो बंद दिखीं, लेकिन सड़कों पर लोगों की आवजाही निरंतर जारी रही. शहर के परेड चौराहे पर लाल बत्ती पर रुकने वाले वाहनों की कतार देखकर तो लगा ही नहीं की शहर में लोगों की आवाजाही पर रोक है. हालांकि जब 'आजतक' ने लोगों से लॉकडाउन में निकलने की वजह पूछी तो सबके पास अपने अपने जवाब थे. 29 साल के अमित भदौरिया ने काम की जरूरत का हवाला देते हुए सफाई दी कि भाई शादी है, न निकलें तो क्या करे. जहां एक तरफ इसमें वे मजदूर और रोजनदारी वाले भी शामिल थे जिनको बाहर निकलना पेट की मज़बूरी थी. तो वहीं कुछ युवा ऐसे भी थे जो शादी में जाना ही मज़बूरी साबित करने में लगे रहे. वहीं शहर में पुलिस की सख्ती भी कुछ इलाकों को छोड़कर खास नहीं दिखाई दी.

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आगरा
ताज नगरी आगरा में लॉकडाउन का मिलाजुला असर नजर आ रहा है. जनरल स्टोर और किराना की दुकान खोलने के आदेश के बाद शहर की सड़कों पर भीड़ नजर आने लगी है. लोग सामान खरीदने के लिए धड़ल्ले से बाहर निकल रहे हैं. बाजार में लोगों की अच्छी खासी चहल कदमी नजर आ रही है. आगरा के शाहगंज रूई की मंडी बाजार और राजपुर चुंगी बाजार की अधिकांश दुकानें यूं तो बंद है, लेकिन किराना और मेडिकल समेत आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने के आदेश कर दिए गए हैं.

दुकानें खुलने के बाद शहर की सड़कों पर लोगों की भीड़ नजर आ रही है. वाहन चालकों की भी अच्छी खासी संख्या नजर आ रही है. लॉकडाउन घोषित होने के बाद भी शहर की सड़कों पर दो पहिया वाहन चालकों और चार पहिया वाहन चालकों की अच्छी तादाद नज़र आ रही है. कहने को पुलिस टीम भी अलर्ट रहने का दावा कर रही है, लेकिन हालातों को देखकर लगता नहीं है कि लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन हो पा रहा है.

प्रयागराज
संगम नगरी प्रयागराज की बात करें तो यहां कोरोना कर्फ्यू का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. प्रशासन की रोक के बावजूद भी कंटेनमेन्ट जोन के अंदर लोग बिना रोक टोक के आ-जा रहे हैं. वहीं लगातर हो रहे चालान का असर भी लोगों में नहीं हो रहा कई लोग बिना मास्क के सड़कों में बेधड़क घूमते नज़र आ रहे हैं. शहर के पॉश इलाकों सिविल लाइंस में सड़कों पर जहां सन्नाटा पसरा हुआ है, वहीं पुलिस के अधिकारी सड़कों पर निकल कर जायज़ा ले रहे हैं. और सख्ती से पालन करा रहे हैं. नहीं मानने वालों का चालान भी किया जा रहा है.

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वहीं जिन इलाकों में कोविड के मामले बढ़े हैं, वहां बनाये गए कंटेनमेंट जोन के अंदर प्रशासन ने आने जाने पर पूरी तरह से रोक लगाई है, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं. सील किये गए इलाको में लोगों का आना जाना बेधड़क जारी है. लोग कंटेनमेंट जोन की बैरिकेडिंग भी पार कर जा रहे हैं. लेकिन कई जगहों पर ऐसे इलाकों में पुलिस भी तैनात की गई है. प्रयागराज में ऐसा लगता ही नहीं कि लोगों में कोरोना का कोई खौफ रह गया है. इस बार ना तो पुलिस प्रशासन ज्यादा सख्ती कर रहा है और ना ही जनता अपनी जिम्मेदारी निभा रही है.

गोरखपुर
लॉकडाउन के बावजूद सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर की सड़कों पर काफी भीड़ दिखाई दी, यहां पुलिस प्रशासन ने आवश्यक कार्यों से निकलने वाले लोगों को छोड़कर बेवजह घूमने वालों का पुलिस ने महामारी एक्ट के तहत चालान किया है. लोगों को सख्त हिदायत है कि वे अपने घरों में रहे और लॉकडाउन का पालन करें, जिससे महामारी की चेन को तोड़ा जा सके.

गोरखपुर के गोलघर, असुरन चौराहा और अन्य सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी में भी यहां पर सड़कों पर काफी भीड़ दिखाई दी. पुलिस प्रशासन ने बेवजह सड़क पर घूम रहे लोगों का महामारी एक्ट में चालान भी किया है. मनमाने तरीके से सड़क पर फल और सब्जियां बेचने वालों के साथ ही चोरी छिपे दुकान खोलने वालों को भी हिदायत दी गई है.

गोरखपुर में ये सख्ती सड़कों पर चौराहों पर नजर नहीं आ रही है. यही वजह है कि सड़कों पर चौराहों पर गाड़ियों का रेला नजर आ रहा है. ऑटो रिक्शा वाले सवारियों को भरते हुए नजर आ रहे हैं. कुछ चौराहों पर जिले के अधिकारी जब मौजूद होते हैं, तो थोड़ी सी सख्ती नजर आती है. आवागमन को लेकर लोगों से पूछताछ की जाती है. लेकिन अधिकारी के जाते फिर जस का तस नजारा देखने को मिलता है. गाड़ियां फर्राटा भरती नजर आती हैं. लोगों की आवाजाही फिर शुरू हो जाती है

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आजतक से बात करते हुए गोरखपुर के एसपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए जाने वाले लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का मैसेज दिखाना होगा. उन्होंने बताया कि सभी को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है. बेवजह सड़क पर घूमने वाले लोगों का महामारी एक्ट में चालान भी किया गया है. आवश्यक सेवाओं के अलावा सड़क पर घूमने वालों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि सड़क पर चोरी-छिपे  दुकान खोलने वालों के अलावा फल-सब्जी बेचने वालों को भी चेतावनी दी गई है. जो भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मेरठ
वहीं पश्चिमी सूबे के मेरठ में भी आंशिक कर्फ्यू का मिलाजुला असर दिखाई दिया. मेरठ में बाजार बंद है पर कुछ दुकानों, चौराहों, सब्जी फल समेत दवाओं की दुकानों पर भीड़ दिखाई दे रही है लोग बड़ी तादाद में दवाइयां खरीदने घरों से निकल रहे हैं. मेरठ पुलिस भी लगातार ऐसे लोगों पर निगाह बनाए हुए हैं और उनके चालान भी कर रही है, जो लोग बिना जरूरत घरों से निकल रहे हैं. 

एडीजी मेरठ जोन राजीव सब्बरवाल का कहना है कि हम सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि सभी घर में रहें, लेकिन जो लोग मान नहीं रहे हैं. उनको हम जुर्माना लगा रहे हैं. वही मेरठ के एसपी क्राइम राम अर्ज का कहना है कि लॉकडाउन चल रहा है इसमें जरूरत की चीजों के लिए छूट दी गई हैं. सब्जी ,दूध ,फल इत्यादि की दुकानें 11 बजे तक और हम चेकिंग भी कर रहे हैं. जिनके पास कोई वाजिब वजह है उनको हम जाने दे रहे हैं और जो अनावश्यक घूम रहे हैं, जिनका कोई औचित्य नहीं है उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उनकी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है और उनके चालान भी किए जा रहे हैं.

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(वाराणसी से रोशन जायसवाल, कानपुर से रंजय सिंह, प्रयागराज से पंकज, आगरा से अरविंद धामा, मेरठ से उस्मान चौधरी और गोरखपुर से गजेंद्र के इनपुट के साथ)

 

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