
उत्तर प्रदेश में हुए जिला पंचायत चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और बीजेपी के लिए यह नतीजे संतोषजनक नहीं रहे हैं क्योंकि इस बार बाजी सपा ने मार ली है. वहीं कुछ ऐसी पार्टियां भी रही हैं जो काफी ज्यादा चर्चा में रहीं. उनके उम्मीदवार भी कई जगह से चुनाव जीते हैं.
हम बात कर रहे हैं आम आदमी पार्टी की. जिसने जिला पंचायत चुनाव में ठीक-ठाक प्रदर्शन किया. पंचायत चुनाव, महज पंचायत चुनाव नहीं था बल्कि यह आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहा जा रहा है और पार्टियां पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद और सक्रिय होती दिखाई पड़ रही हैं.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों पर विधानसभा चुनाव में दांव लगाएगी. यानी कि उन्हें विधानसभा चुनाव का टिकट देकर विधायकी लड़वायेगी. सभाजीत सिंह ने आगे बताया कि आप समर्थित नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों के साथ-साथ आप पार्टी, परिवार में शामिल होने वाले निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों को भी विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बना सकती है.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा चुनाव का मॉक ड्रिल माना जा रहा जिला पंचायत का चुनाव, पार्टी ने पूरी दमदारी से लड़ा है. ग्राम प्रधान का चुनाव हो या फिर क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव, पार्टी ने समर्थित प्रत्याशी उतारे. आम आदमी पार्टी को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रदेश की जनता ने भरपूर प्यार दिया है. जिसके चलते पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी चौथे नंबर पर काबिज होने में कामयाब रही.
प्रदेश अध्यक्ष की मानें तो यूपी की राजनीति में शून्य से शुरू हुई आम आदमी पार्टी का सफर अब प्रदेश के चौथे बड़े दल के रूप में तब्दील हो चुका है और इसका श्रेय आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को जाता है. जिनकी नीतियों पर यूपी की जनता ने मुहर लगाई है. उत्तर प्रदेश के लोग प्रदेश के विकास के लिए यहां भी दिल्ली का केजरीवाल मॉडल लागू करना चाहते हैं, क्योंकि पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी के पक्ष में लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान करके इसका एहसास करा दिया है. हमारे कार्यकर्ता दोगुने जोश के साथ लोगों के बीच दिल्ली में 200 यूनिट मुफ्त बिजली, फ्री पानी, मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और चिकित्सा का मुद्दा उठा रहे हैं. देखकर ऐसा लग रहा है कि 2022 में आम आदमी पार्टी बड़ी जीत तय करेगी.
सभाजीत से ने आगे कहते हुए कहा कि इसके लिए पार्टी अपने लोकप्रिय जिला पंचायत सदस्यों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाएगी और वहीं जो निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य इस बीच पार्टी में शामिल होंगे उन्हें भी विधानसभा का टिकट देने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा.