रामपुर के डीआईजी दुर्गा चरण का तबादला कर दिया गया है. उन्हें पुलिस डीआईजी पीएसी लखनऊ के पद पर तैनात किया गया है. उन पर काम में लापरवाही का आरोप लगा है. वही, पीएसी लखनऊ में तैनात गुलाब सिंह को मुरादाबाद का नया डीआईजी बनाया गया है.
दरअसल, कुछ दिनों पहले अजीमनगर पुलिस ने तीन भाइयों को वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था. इस मामले की पैरवी खुद नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां ने पुलिस से की थी. देर रात आजम खां ने थाने में छापा मारा था. उन्होंने एसओ के नशे में होने की शिकायत भी की थी. एसपी आरके भारद्वाज ने इस मामले में तत्काल कोई कार्रवाई नहीं करते हुए जांच एएसपी को सौंपी थी. पुलिसकर्मियों की लापरवाही से नाराज आजम ने एसपी के खिलाफ शिकायत की जिसके बाद भारद्वाज को रामपुर से हटाकर डीजी ऑफिस से अटैच कर दिया गया था. एसओ को भी लाइन हाजिर किया गया था.
इसके अलावा अजीमनगर थाने में तैनात दो दारोगा और दो सिपाहियों को भी सस्पेंड कर दिया गया था. यूपी पुलिस के रवैए पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक मीटिंग बुलाई. इसमें खुद नगर विकास मंत्री आजम खां के अलावा प्रमुख
सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता, डीजीपी, आईजी जोन, डीआईजी मुरादाबाद, डीएम सहित कई लोगों को तलब किया गया था.
सभी अधिकारियों ने अपना पक्ष रखा. इसके बाद राज्य सरकार ने रामपुर के डीआईजी का ट्रांसफर कर दिया. वही एसपी भारद्वाज को अब 20वीं वाहिनी पीएसी आजमगढ़ का सेनानायक बनाया गया है. इस पूरे मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपी गई है.