रंग दे तू मोहे भगवा...इस वक्त लखनऊ में सत्ता के गलियारों का यही फ्लेवर है. दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री कार्यालय (एनेक्सी) को भगवा में क्या रंगवाया कि तमाम मंत्रियों पर इस रंग का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है. मुख्यमंत्री कार्यालय सफेद और केसरिया के संगम के साथ नए लुक में नजर आ रहा है.
मुख्यमंत्री के बाद इस फेहरिस्त में यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का नाम भी जुड़ गया है. गृह प्रवेश से पहले दिनेश शर्मा अपने नए सरकारी बंगले को भगवा रंग से रंगने में जुट गए हैं. दिनेश शर्मा जल्द ही इसमें शिफ्ट होने जा रहे है. इस बंगले के गुम्बद को दिनेश शर्मा ने पहले केसरिया रंग में रंगवाया. अब पूरा बंगला ही केसरिया होने जा रहा है. जिस बंगले में डिप्टी सीएम शिफ्ट होने जा रहे हैं, वो पिछली समाजवादी सरकार के कार्यकाल में कद्दावर मंत्री माने जाने वाले आजम खान को आवंटित था.
भगवा सिर्फ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के बंगले तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मंत्रियों के दफ्तरों तक भी पहुंच गया है. योगी सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहसिन रजा ने भी अपने दफ्तर को पूरा ही भगवा रंग से रंगवा दिया है. जब मोहसिन रजा से भगवा प्रेम के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि यह सफलता का रंग है और इसी से कामयाबी मिलती है.
यूपी के एक और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत कई मंत्रियों ने अपने-अपने घरों के बाहरी हिस्से में भगवा रंग से पट्टियां बनवाईं हैं. केशव मौर्य के सरकारी बंगले के सामने जो सीमेंट के बेंच लोगों के बैठने के लिए बने हैं, उन्हें भी भगवा रंग दे दिया गया है.
बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनेक्सी को नए रंग में रंगे जाने पर विपक्षी दलों की ओर से कसे जा रहे तंज का जवाब दिया. योगी ने कहा कि लोगों का क्या है, उनका बस चले तो वे सूर्य और अग्नि का भी रंग बदलवा दें, क्योंकि इन दोनों की रौशनी का रंग भी तो भगवा है. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एनेक्सी का रंग बदले जाने पर कहा था कि रंग बदलने से विकास नहीं होता बल्कि विकास होने से रंग बदलता है.
इस मामले में BSP सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा था. मायावती ने कहा था कि सरकारी इमारतों और बसों का रंग बदलने को ही राजधर्म मानकर प्रदेश सरकार व्यर्थ में समय और संसाधन बर्बाद कर रही है.