हर वक्त कड़वे बोल बोलने के लिए जाने जाने वाले सपा नेता आजम खान आजतक से बातचीत के दौरान भावुक हो गए. उनकी आंखें नम हो गईं. इस बीच भारतीय सेना पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में घिरे आजम खान ने अपना बचाव तो किया, लेकिन इस बार एक पीड़ित की तरह. इस बार वह हमलावर रुख में नजर नहीं आए. हालांकि वह इसके लिए ही जाने जाते हैं. भारतीय सेना पर कथित विवादित टिप्पणी करने और रेपिस्ट बताने जैसे बयान के बाद आजम खान बचाव की मुद्रा में थे, लेकिन ये वो आज़म खान थे, जिसे शायद ही लोग जानते हों. लाचार और बेचारगी भरे भाव से जब वह आजतक के सामने आए, तो उनका गला रूंधा हुआ था. धीमा बोल रहे थे. और खुद को मुसलमान के उस रहनुमा की तरह पेश कर रहे थे, जो शायद आखिरी उम्मीद हो.
सेना पर विवादित टिप्पणी से लेकर वक्फ घोटाला और सीबीआई जांच तक पर आजतक संवाददाता कुमार अभिषेक ने उनसे बातचीत की. इस दौरान आजम खान ने कहा कि उन्होंने कोई गलत बात सेना के बारे में नहीं कही है. उन्होंने कोई मनोबल नहीं तोड़ा है. उन्होने तो बस उसी अमानवीय पहलू को सामने रखा है, जिसे अखबार लिख रहे हैं और जिस पर चर्चा हो रही है. इस बीच आजम सेना के मनोबल को तोड़ने या सेना पर बलात्कार के इल्जाम से लगातार इनकार करते रहे.
...तो क्या पाकिस्तान चला जाऊं?
भावुक हुए आज़म ने कहा, 'लोग मुझे देशद्रोही कह रहे हैं. लोग मुझसे पाकिस्तान जाने की बात कर रहे हैं, तो क्या करूं? मैं चला जाऊंगा पाकिस्तान...सब कुछ छोड़ दूंगा.' देश में मुसलमानों के हालात पर बोलते हुए आजम ने कहा कि हालात खराब हैं. ट्रेन में जुनैद के मारे जाने के बाद हजारों लोगों ने अपने रिजर्वेशन कैंसिल करा लिए. महिलाओं ने बुर्का छोड़ दिया. वह डरने लगी हैं. देश के हालात खराब हो रहे हैं. खाने और पहनने तक पर पाबंदी लग रही है, लेकिन इस हालत पर सोचने की बजाय लोग असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश में है.
सपा से निकाले जाने की मांग और इस मुद्दे पर पार्टी के साथ नहीं देने पर आजम खान ने कहा कि पार्टी ने उन्हें पहले भी निकाला है, लेकिन उन्होंने कोई गलत बात नहीं कही है. अगर वह निकाल दिए जाएंगे, तो भी वह लोगों के लिए काम करते रहेंगे. आजम खान ने कहा कि पार्टी ही क्यों, उन्हें तो देश से निकालने की बात हो रही है. अगर हमें पाकिस्तान भेज देंगे, तो हम पाकिस्तान चले जाएंगे, लेकिन हम जो सवाल उठा रहे हैं, उसका समाधान होना चाहिए. क्योंकि यह देश बहुत खतरनाक दिशा में बढ़ रहा है.
मुझसे मांगा जा रहा देशभक्ति का सर्टिफिकेट
आज़म ने कहा, 'मैं गरीबों के लिए कई स्कूल चलाता हूं. 20-20 रुपये में लोगों को पढ़ाता हूं. गरीबों को मुफ्त में पढ़ाता हूं. यतीम बच्चों की पढ़ाई मुफ्त कराता हूं. स्कूल और कॉलेज चलाता हूं. देश का सबसे बेहतरीन मेडिकल कॉलेज बना रखा है. इससे बेहतर मेडिकल कॉलेज पूरे देश में नहीं और मुझसे देशभक्ति का सर्टिफिकेट मांगा जाता है. मैं कहता हूं कि मुझसे बेहतर स्कूल चला कर दिखा दो. मुझसे बेहतर मेडिकल कॉलेज बनाकर दिखा दो, तो मैं जानूं.' आजम खान ने कहा कि वक्फ बोर्ड की जांच के नाम पर उन्हें परेशान करने की कोशिश हो रही है. अगर सीबीआई जांच करानी है, तो सीबीआई जांच भी करा लें. मैंने कोई गलत काम नहीं किया है.
योगी सरकार के वक्फ मामलों के मंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए आजम खान ने उन्हें जाहिल करा दिया, जिसे कोई जानकारी नहीं है. आजम ने उन्हें नादान कहा और फिर जाहिल तक की संज्ञा दे डाली.