उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के कहर के बाद अब डेंगू और वायरल की नई जंग शुरू हो गई है. दरअसल, राज्य के विभिन्न जिलों से डेंगू और वायरल बुखार के कई मामले सामने आ रहे हैं, जोकि राज्य सरकार के लिए चिंता का सबब बन गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक डेंगू के मामलों की संख्या 6488 तक पहुंच गई है और इनमें से 70 फीसदी मामले अगस्त और सितंबर महीने में सामने आए हैं.
डेंगू ने मध्य यूपी, बुंदेलखंड, पश्चिमी यूपी में कहर बरपा रखा है. इसमें सबसे ज्यादा जिला जो प्रभावित रहा, वह फिरोजाबाद का है, जहां पर 60 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं. मथुरा, कासगंज, आगरा, फर्रुखाबाद, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ और सीतापुर में भी डेंगू के मामले सामने आए. स्थानीय रिपोर्ट्स की मानें तो अब 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और ज्यादातर मामले पश्चिमी यूपी से सामने आ रहे हैं.
राजधानी लखनऊ की बात करें तो भी डेंगू के अब तक 12 मामले सामने आ चुके हैं. बलरामपुर अस्पताल में बुखार से पीड़ित छह मरीजों को बाद में डेंगू से प्रभावित पाया गया. लोकबंधु अस्पताल में दो और सिविल अस्पताल में चार मरीज भी डेंगू से बीमार पाए गए हैं. इनके सैम्प्ल्स को लेकर आगे की जांच के लिए भेज दिया गया है.
इसी तरह फर्रुखाबाद, कानपुर, उन्नाव सभी जगह डेंगू अपना कहर दिखा रहा है. उन्नाव में 30 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिनका इलाज चल रहा है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा यूपी के सभी जिलों पर नजर रखी जा रही है. अधिक से अधिक बुखार और डेंगू पीड़ितों की जांच की जा रही है. वहीं, अलीगढ़ के थाना अकराबाद क्षेत्र के ग्राम सीहोर में डेंगू का कहर जानलेवा साबित हो रहा है. डेंगू के कहर से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. डेंगू से एक महिला समेत दो ग्रामीणों की मौत हो गई, जिससे गांव के लोगों में दहशत है.
स्वास्थ्य विभाग में संचारी रोग के निदेशक डॉ. जी.एस. वाजपेयी का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में डेंगू का प्रभाव है और स्थिति पर नजर रखने के लिए टीमों को तैनात किया गया है. संक्रमितों की जांच की व्यवस्था के साथ जागरूकता शिविर भी लगाया गया है. इसी प्रकार राज्य के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं और विशेष डेंगू वार्ड पहले से ही चालू हैं.]