मेरठ के खरखौदा क्षेत्र के एक गांव से युवती का अपहरण कर उसके साथ पहले तो गैंगरेप किया फिर उसका जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया. करीब दस दिनों बाद रविवार को मुजफ्फरनगर के एक शिक्षण संस्थान से छूटकर युवती ने गांव पहुंचकर सनसनीखेज खुलासा किया.
युवती (20) स्नातक की पढ़ाई कर गांव के ही एक शिक्षण संस्थान में हिंदी और अंग्रेजी पढ़ाती थी. छह महीने पूर्व उसने नौकरी छोड़ दी थी. युवती के पिता की ओर से दर्ज एफआईआर में बताया गया कि 23 जुलाई को शिक्षण संस्थान के शिक्षक और ग्राम प्रधान ने साथियों के साथ युवती का अपहरण कर लिया. हापुड़ स्थित एक शिक्षण संस्थान में ले जाकर उससे गैंगरेप किया और जबरदस्ती उसका धर्म परिवर्तन करा दिया. युवती को पीटा गया और जान से मारने की धमकी दी गई.
दूसरी ओर युवती ने पुलिस को बताया कि उसे हापुड़ के अलावा गढ़मुक्तेश्वर के गांव दौताई और फिर मुजफ्फरनगर तथा देवबंद में उसे बंधक बनाकर रखा गया. वहां उसे बेहोश रखने के लिए नशे का इंजेक्शन लगाया जाता था. युवती के अनुसार उस शिक्षण संस्थान में उसकी जैसी करीब 45-50 और भी युवतियां थीं. उनकी भी ऐसी हालत कर यहां बंधक बनाकर रखा गया है. सभी को एक-एक कर सऊदी अरब में बेचने की तैयारी है.
युवती ने बताया कि उस शिक्षण संस्थान का निर्माण चल रहा है. रविवार तडक़े वह मौका पाकर वहां से फरार हो गई और बस से भैसाली बस अड्डा पहुंचकर किसी राहगीर से मोबाइल फोन लेकर परिजनों को पूरा प्रकरण बताया.
परिजन पीडि़त युवती को लेकर रविवार सुबह 10 बजे थाना खरखौदा पहुंचे और थानाध्यक्ष को पूरी बात बताई. आरोपियों के नाम बताने के बावजूद थानाध्यक्ष ने दोपहर दो बजे तक कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद बीजेपी तथा हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता थाने पहुंचे और हंगामा किया. थाने का घेराव करते वक्त सीओ किठौर श्वेताभ पांडे से धक्कामुक्की भी हुई. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.