उत्तर प्रदेश का जिला मुजफ्फरनगर. वही जगह, जहां पिछले महीने साम्प्रदायिक हिंसा हुई और 62 लोगों की जान चली गई, 43 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गए. उसी मुजफ्फरनगर में अब तक शांति बहाली नहीं हुई है. दो दिन पहले एक महिला का कत्ल हुआ, उसके 15 मिनट बाद एक युवक की हत्या हुई, तो शुक्रवार रात को रामलीला मंचन के दौरान पत्थरबाजी हुई.
पुलिस भी मान रही है कि हालात अब भी तनावपूर्ण हैं. पुलिस हालांकि यह भी कह रही है कि स्थिति काबू में है और शरारती तत्व शहर के माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं.
मुजफ्फरनगर के कवाल कस्बे में शुक्रवार रात रामलीला के दौरान कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की. इसके बाद जिले में एक बार फिर तनाव बढ़ गया.
रामलीला के मंचन के दौरान आधी रात को पत्थरबाजी की गई. इसके बाद दर्शकों में भगदड़ मच गई. वहां से भागने की कोशिश में एक महिला घायल हो गई.
स्थानीय नागरिक सतबीर की पत्नी सविता को एक पत्थर लगा और भगदड़ में भी एक अन्य महिला भी घायल हो गई. गंभीर रूप से घायल महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है जहां उसकी हालत गंभीर है.
क्षेत्राधिकारी मुकेश चंद्र मिश्रा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और इलाके में पुलिस को तैनात किया. एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है.
एक अन्य घटना में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर एक महिला की हत्या कर दी. इसके 15 मिनट बाद ही एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
गुरुवार को दो लोगों की हत्या की घटना ने लोगों के भीतर घबराहट पैदा कर दी है. पुलिस ने कहा कि यह शरारती तत्वों का शहर के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास है.