उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की डबल डेकर बस (यूपी 33 5877) रविवार की रात जब लखनऊ से दिल्ली के आनंदविहार डिपो के लिए रवाना हुई थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह बस में सवार दो दर्जन से अधिक यात्रियों का अंतिम सफर बन जाएगा. लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था. बस आगरा के एतमादपुर के पास हादसे का शिकार होकर 20 फीट गहरे नाले में जा गिरी.
इस हादसे में 29 मुसाफिरों की मौत हो गई, जबकि 23 घायल हो गए. इनमें से 9 अलग-अलग अस्पतालों में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. हादसे के संबंध में आगरा के जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने कहा कि शुरुआती जांच में ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है. उन्होंने बताया कि ड्राइवर को नींद आ जाने की वजह से हादसे की बात शुरुआती जांच में सामने आई है. रवि कुमार के अनुसार हादसे में मारे गए 29 लोगों में एक बच्ची और एक किशोरी भी शामिल हैं, जबकि शेष पुरुष हैं.
ऐसे हुआ हादसा
हादसा सोमवार की भोर में लगभग साढ़े चार बजे हुआ. तब बस आगरा के एतमादपुर के पास से गुजर रही थी. सड़क पर तेज रफ्तार से अपनी मंजिल की तरफ बढ़ती बस अचानक पुल की दीवार तोड़ती हुई 20 फीट गहरे झरना नाले में जा गिरी. पुल की दीवार से टकराने के बाद बस के सामने के दोनों पहिए टूटकर अलग हो गए. बस पुल की दीवार से रगड़ खाती हुई नाले में जा गिरी. इस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले मुसाफ़िरों में कई ऐसे रहे, जिनकी मौत की वजह चोट नहीं बल्कि नाले में डूबना रहा.
तेज आवाज सुन मौके की ओर दौड़े ग्रामीण
बस के पुल की दीवार से टकराने और नाले में गिरने से तेज आवाज हुई. आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण अनहोनी की आशंका से तत्काल मौके की ओर दौड़ पड़े. ग्रामीणों ने दुर्घटना स्थल का मंजर देख इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी. जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में एंबुलेन्स का प्रबंध कर बस में फंसे यात्रियों को निकाल तत्काल नजदीकी अस्पताल भिजवाया.
घायलों को नहीं अपनों की खबर, घायलों से मिले उपमुख्यमंत्री
हादसे में ज़ख्मी बहुत से मुसाफ़िरों को अब तक बस में अपने साथ यात्रा कर रहे अपनों के बारे में खबर नहीं है. बताया जाता है कि इस रूट की एसी बसें फुल हो गई थी, जिसके बाद इस बस को खास तौर पर रवाना किया गया था. हादसे की खबर मिलते ही लखनऊ से उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, परिवहन मंत्री सत्यदेव सिंह, भाजपा विधायक पंकज सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार के ही काबीना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह मौके पर पहुंच गए. इन नेताओं ने अस्पतालों में जाकर घायलों का हाल भी जाना. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और इसके लिए 3 सदस्यीय कमेटी बनी है, जो 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट देगी.